छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग रायपुर ने माना पिडिता को जानबूझकर प्रताणित करने मज़दूरी रोका लोहारा परिक्षेत्र अधिकारी तत्काल करे भुगतान किया निर्देश।
छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग रायपुर ने माना पिडिता को जानबूझकर प्रताणित करने मज़दूरी रोका लोहारा परिक्षेत्र अधिकारी तत्काल करे भुगतान किया निर्देश।

कवर्धा -: चर्चित लोहारा रेंजर अनुराग वर्मा अपने कृत्य से जिला में सुर्खियां बटोर रहे हैं पर वनमंडला अधिकारी को इनके सुर्खियों से मानों ख्याति प्राप्त से सम्मानित होना महसूस हो रहा है तभी अनुराग वर्मा के अनेक शिकायत आवेदन उन्हें मिलने के बाद भी अब तक ना जांच ना कार्यवाही किया गया है और उल्टा पिडित पिडिता को पिडित ही रहने छोड़ दिया है इससे वनमंडला अधिकारी के पनाह अवश्य प्रथम दृष्ट्या दिखाई दें रहा है शायद इसीलिए अनुराग वर्मा रेंजर जंगल राज कायम कर बेखौफ मनमानी पर कार्य करते हैं उन्हें कानुन का या अपने अफसरों का जरा भी भय नहीं रहता है! इनके इस कृत्य के शिकार पिडिता ने छत्तीसगढ़ राज्य के अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी।
समाचार प्रकाशित होने पर आयोग ने पिडिता के मामले में संज्ञान लिया और परिक्षण किया जिसमें पाया लोहारा परिक्षेत्र अधिकारी अनुराग वर्मा ने हरियर छत्तीसगढ़ योजना अन्तर्गत 12 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी नियुक्ति किया जिसमें शत्रुघ्न, भगवान सिंह हेमलाल साहू शतल कुमार, मंगल सिंह बैगा, सुरेश यादव ,प्रेमलाल, कृष्णा साहू ,देवीसिंह साहू ,शेखर साहू, सुश्री हेमलता नायक को अपने परिक्षेत्र में नियुक्ति किया इसमें 10 लोगों को अनुराग वर्मा उनके मान्यदेय (वेतन) हर माह भुगतान कर रहा है बस सुश्री हेमलता नायक के लिए इनके पास फंड का आभाव बता कर भुगतान मई 2024 से रोक दिया और उनके शोषण का शिकार नही हुई तो उन्हे कार्य से भी बेदखल करने सोची समझी अपने माताहत कर्मचारी के समझ पंचनामा तैयार कर पुलिस को भी सूचना दें डाला और हेमलता नायक के उपर जबरदस्ती आफिस आने और फाइल चोरी होने का अंदेशा पहले से लगा लिया! अनुराग वर्मा के इस कुंठित मानसिकता और चालाकी भरे सडयंत्र सिर्फ पिडिता के खिलाफ मात्र क्यों जब 10 लोगों को हर महिना अपने सेवा कार्य के भुगतान कर रहे हैं और उसमें से एक मात्र महिला कर्मचारी के लिए फंड नही होना बताना आयोग को नागवार गुजरा है और तत्काल मई 2024 से रोके वेतन भुगतान करने आदेश किया है आयोग के फैसला ने साफ कर दिया पिडिता पर अनुराग वर्मा रेंजर ने ज्यादती किया है वन विभाग को इन जैसे विभाग को कलंकित करने वाले भेड़िया के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करना चाहिए और असल ठिकाना लगाना चाहिए पर विभाग प्रमुख इस मामले में गांधी जी के तीन बंदर दिखाई दें रहें हैं जो इनके मनोबल को बढ़ावा मिल रहा है !