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ऑनलाइन होगी परीक्षा:इस बार भी 3 हजार से अधिक विद्यार्थी घर बैठे उत्तरपुस्तिका में लिखेंगे प्रश्नों के जवाब

चालू अकादमिक कैलेंडर वर्ष 2021-22 के लिए अब विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षाएं ऑनलाइन/ब्लैण्डेड मोड में आयोजित की जाएगी। विश्वविद्यालयों के सुझाव और छात्र-छात्राओं के मांग पर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

जारी आदेश में कहा गया है कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 से लागू लॉकडाउन से उत्पन्न विशिष्ट परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा उच्च शिक्षण संस्थानों के अकादमिक कैलेंडर, अध्यापन पद्धति एवं परीक्षा आयोजन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इस नए आदेश के कारण जो परीक्षा में शामिल होंगे उन्हें घर बैठे डिग्री मिल जाएगी। इस बार की परीक्षा में पीजी कॉलेज में करीब तीन हजार से अधिक विद्यार्थी है।

ये आने वाले समय में घर बैठे उत्तरपुस्तिका में प्रश्नों के जवाब लिखेंगे। इसके बाद कॉलेज में उत्तरपुस्तिका को जमा करेंगे। हेमचंद विवि की वार्षिक पीजी व यू जी की परीक्षा ऑनलाइन होगी। हालांकि अभी तक विवि ने ऑनलाइन परीक्षा को लेकर कोई शेड्यूल जारी नहीं किया है। दूसरी ओर ऑनलाइन परीक्षा के कारण विद्यार्थी की संख्या बढ़ गई है। गणित व अंग्रेजी जैसे पीजी पाठ्यक्रम में करीब 300 से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।

ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में उतर आए थे छात्र संगठन: राज्य शासन ने कोरोना के घटते संक्रमण को देखते हुए सभी प्रतिबंध हटा दिए हैं। इसके बाद भी हेमचंद यूनिवर्सिटी दुर्ग के छात्र ऑनलाइन एग्जाम चाहते थे। अपनी मांग को लेकर दुर्ग में बीते माह एनएसयूआई के बैनर तले छात्र छात्राओं ने रैली निकाली और विश्वविद्यालय का घेराव कर वहां घंटों नारेबाजी की थी।

कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए वर्ष 2021 व 22 में विश्वविद्यालय व उससे संबद्ध सभी महाविद्यालयों में परीक्षा को ऑनलाइन कराए जाने की मांग की जा रही थी। जिले में भी पंडरिया, कवर्धा में भी कई छात्र संगठनों में ऑनलाइन परीक्षा की मांग की थी। छात्र नेताओं का कहना था कि जैसे शिक्षा वैसी परीक्षा ली जाए। नेताओं का दावा था कि कोरोना के कारण पढ़ाई नहीं हुई। पढ़ाई भी हुई, वो भी ऑनलाइन। ऐसे में परीक्षा भी ऑनलाइन लिए जाने की मांग की गई थी।

बीते दो वर्ष में इस तरह हुई परीक्षा

विवि अंतर्गत जिले के कई कॉलेजों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। इसमें सबसे बड़ा परीक्षा केन्द्र शहर के पीजी कॉलेज है। विवि ने वर्ष 2020 व 2021 की पीजी व यू जी की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की। वर्ष 2020 मार्च माह में कुछेक पाठ्यक्रम की परीक्षा शुरू होने वाली थी। इसी दौरान काेरोना काल शुरू हो गया।

इसके बाद विवि ने परीक्षा ऑनलाइन आयोजित किए जाने का फैसला लिया। तब विवि द्वारा सभी पाठ्यक्रम की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की। परीक्षा के लिए विवि के पोर्टल पर प्रतिदिन प्रश्न पत्र अपलोड किए जाते थे। इसके बाद परीक्षार्थियों को घर पर उत्तरपुस्तिका में जवाब लिखकर परीक्षा केन्द्र में जमा करना था। इसी तरह वर्ष 2021 की परीक्षा ली गई। घर बैठे परीक्षा होने के कारण एकाएक परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ गई। इस वर्ष कवर्धा के पीजी कॉलेज में पीजी पाठ्यक्रम में करीब 1100 से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।

टाइम टेबल जारी करने के बाद स्थगित किया गया

मार्च माह में ही दुर्ग के हेमचंद विवि की वार्षिक परीक्षा को लेकर शेड्यूल जारी किया था। पीजी व यू जी की सभी परीक्षा ऑफलाइन होनी थी। लेकिन अचानक सभी परीक्षा काे स्थगित कर दिया। पूर्व के आदेश अनुसार परीक्षार्थियों को अपने केन्द्र में जाकर परीक्षा दिलाना था।

विवि की पीजी पाठ्यक्रम यानी एमए, एमएससी के द्वितीय व अंतिम वर्ष की परीक्षा एक अप्रैल से 17 अप्रैल तक लेने वाली थी। ये परीक्षा तीन अलग-अगल पाली में होनी थी। परीक्षा को लेकर प्रवेश पत्र भी विवि के वेबसाइट में अपलोड की गई थी। लेकिन अब ऑनलाइन परीक्षा होने के कारण फिर से प्रवेश पत्र व परीक्षा की टाइम टेबल जारी की जाएगी।

एक माह तक लगातार चलती वार्षिक परीक्षा

वैसे दुर्ग विवि अगर ऑफलाइन परीक्षा भी लेती तो करीब एक माह तक लगातार चलती। जिले में परीक्षार्थी की संख्या में अधिक थी। वहीं आदेश में भी कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण की द्वितीय व तृतीय लहर के कारण राज्य में शिक्षा सत्र 2021-22 का अध्यापन कार्य देरी से प्रारंभ हुआ था, जिसके परिणाम स्वरूप पाठ्यक्रम देरी से पूर्ण होकर परीक्षाएं भी विलम्ब से ही आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।

वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन 50 से 60 दिन में पूर्ण होता है। इतनी लम्बी अवधि तक कोविड प्रोटोकॉल अनुरूप व्यवस्था करना परीक्षा केन्द्रों के लिए बड़ी चुनौती है। इसे ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन/ब्लैण्डेड मोड के संबंध में आदेश जारी किया गया।

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