उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत से की मुलाकात
छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास को मिलेगी गति – उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा
भारत सरकार की प्रमुख ‘स्वदेश दर्शन 2.0’ योजना के अंतर्गत दो प्रमुख परियोजना प्रस्ताव प्रस्तुत
कवर्धा, 6 जनवरी, 2025: उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। बैठक में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के अपर सचिव और छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के प्रबंध निदेशक श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे। इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने केंद्रीय मंत्री को छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास के लिए दो प्रमुख प्रस्ताव प्रस्तुत किए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भारत सरकार की प्रमुख स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत दो प्रमुख परियोजनाएं प्रस्तावित की गईं। इनमें महाप्रभु वल्लभाचार्य यज्ञ कुंड परिसर, चंपाझरण का सौंदर्यीकरण और कबीरधाम जिले में भोरमदेव कॉरिडोर परियोजना शामिल है, जिस पर 200 करोड़ रुपये का अनुमानित निवेश किया जाएगा। चंपाझरण परियोजना में महाप्रभु वल्लभाचार्य यज्ञ कुंड परिसर का व्यापक सौंदर्यीकरण, एक भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण, तालाब का सौंदर्यीकरण, पार्किंग क्षेत्र, महाप्रभु वल्लभाचार्य की एक भव्य प्रतिमा की स्थापना, एक संग्रहालय, एक सम्मेलन केंद्र, भागवत कथा और धार्मिक प्रवचनों के लिए एक हॉल, बच्चों का उद्यान, कैफेटेरिया, सड़क निर्माण, भूनिर्माण, स्मारिका दुकानें, पेयजल सुविधाएं और सार्वजनिक शौचालय शामिल हैं। दूसरी ओर, भोरमदेव कॉरिडोर परियोजना ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर परिसर के विकास और सौंदर्यीकरण पर केंद्रित है। परियोजना में पर्यटक सूचना केन्द्र, शिव प्लाजा, झील और सरोधा बांध का सौंदर्यीकरण, बच्चों का पार्क, अतिथि गृह, पुस्तकालय, संग्रहालय, भंडारा भवन, मेला ग्राउंड, प्रवेश द्वार और पार्किंग की सुविधा शामिल है। इसके अतिरिक्त, चेरकी महल, मड़वा महल और रामचुआ मंदिर के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ जल क्रीड़ा के लिए घाटों का निर्माण भी प्रस्तावित है।
केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने इन प्रस्तावों की सराहना की और इनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए केन्द्र सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने और इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रचारित करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। इन परियोजनाओं से राज्य में पर्यटन को उल्लेखनीय बढ़ावा मिलने, रोजगार और आर्थिक विकास के नए अवसर पैदा होने और छत्तीसगढ़ की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने की उम्मीद है।