अस्पताल में भर्ती महिला/ बालक/बालिका एवं अन्य रोगी तथा महिला स्टाफ के सुरक्षा से संबंधित दिया गया आवश्यक निर्देश।
कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव द्वारा बीते कुछ दिनों पहले कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुखद घटना का विशेष ध्यान रखते हुए, जिले कि महिला चिकित्सकों, अस्पताल में भर्ती बालक/ बालिकाओं/महिलाओं एवं अन्य रोगियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए जिले के अलग-अलग शासकीय एवं निजी अस्पतालों के डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधन, नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन का बैठक आज दिनांक-31.08.2024 को एकता चौक स्थित ट्रैफिक प्लाजा के मीटिंग हॉल में 11:30 बजे रखा गया। उक्त बैठक में कबीरधाम जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विकास कुमार एवं शासकीय एवं निजी अस्पतालों के डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधक, नर्सिंग कॉलेज प्रबंधक मुख्य तौर पर उपस्थित रहे। जिन्हें पुलिस कप्तान के द्वारा अपना परिचय देते हुए सभी से क्रमवार पूर्ण परिचय प्राप्त किया गया तथा महिलाओं के सुरक्षा के संबंध में आवश्यक जानकारी प्रदान करते हुए बैठक में उपस्थित सभी डॉक्टर एवं प्रबंधन को अपने शासकीय एवं निजी संस्थान की महिला डॉक्टर/ स्टाफ को अभिव्यक्ति मोबाइल एप डाउनलोड कराने कहा गया, ताकि उन्हे कभी भी किसी भी प्रकार की समस्या या मदद की आवश्यकता हो तो वह बिना थाना आए मोबाइल एप के माध्यम से पुलिस तक अपनी शिकायत पहुंचा सकती हैं। अस्पताल प्रबंधन/ संचालकों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं, कि वे बिना पुलिस वेरिफिकेशन के किसी भी स्टाफ को अपने निजी संस्थान में कार्य करने की अनुमति न दें, यह भी जानने की कोशिश करें कि वह पूर्व में जिस स्थान पर कार्यरत था, वह किन कारणों से उस स्थान को छोड़कर आपके संस्थान में आ रहा है, या उसे संस्थान से भगाया गया है। नशेड़ी प्रवृत्ति का ना हो, इसके अलावा अस्पताल में जहां पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं है वहां सुरक्षा का उचित व्यवस्था हेतु सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने, सीसीटीवी कैमरा अधिक से अधिक स्थानों पर लगवाने, अस्पताल में भर्ती मरीजो के परिजनों को मरीज के वास्तविक स्थिति के बारे में समय-समय पर अवगत कराने, अस्पताल में किसी भी प्रकार के असामाजिक तत्व के आने या दुर्व्यवहार करने की स्थिति पर तत्काल कबीरधाम पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप, या डायल 112, पुलिस कंट्रोल रूम, नजदीकी थाना/चौकी को अवगत करने कहा गया, ताकि समय रहते बड़े अपराध को घटित होने से पूर्व असामाजिक तत्वों के विरुद्ध उचित वैधानिक कार्यवाही किया जा सके ।
इस दौरान शासकीय/ निजी अस्पतालों, नर्सिंग कॉलेज व हॉस्टल में सुरक्षा उपायों पर चर्चा में सभी के द्वारा सीसीटीवी कैमरा एवं सुरक्षागार्ड लगाया जाना बताया गया। जिस पर पुलिस कप्तान के द्वारा जानकारी दिया गया कि कई बार निजी कंपनी के सुरक्षाकर्मियों की संलिप्ता अपराधिक गतिविधियों में पाई गई है। इसके लिए सुरक्षा कर्मियों का पुलिस वैरिफिकेशन अनिवार्य है, साथ ही बैठक के दौरान शासकीय एवं निजी अस्पतालों व नर्सिंग कालेज के साथ साथ अन्य अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा करते हुए संवेदनशील स्थानों पर रात्रि के समय पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था रखने, हॉस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों को रात्रि के समय बिना कारण के बाहर घूमने पर पाबंदी लगाने, नशे की हालत पर हॉस्टल में किसी को भी अंदर प्रवेश न देने, रात्रि के समय अस्पताल प्रबंधन द्वारा एक डायरी बनाकर प्रत्येक दिन चेक करें एवं जो भी कमी पाया जाए उसे उक्त डायरी में अंकित करने कहा गया साथ ही पुलिस के द्वारा नोडल अधिकारी भी कभी भी सरप्राइज चेकिंग कर सकते हैं, उस स्थिति में कोई भी आपत्तिजनक स्थिति में या नशे की हालत में पाया जाएगा तो ऐसे स्टॉप एवं संस्थान प्रमुख के विरुद्ध सख्त उचित वैधानिक कार्रवाई किया जायेगा कहा गया।
उक्त बैठक में कबीरधाम जिले के शासकीय तथा निजी अस्पतालों के डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधन, नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन अधिक संख्या में उपस्थित रहे।