
लंबित भुगतान*: दो महीने के भीतर लंबित भुगतान जारी किए जाएंगे।
– *पैकेज रिवीजन*: पैकेज रिवीजन पर जल्द ही काम किया जाएगा।
– *समिति गठन*: आईएमए के प्रतिनिधियों के साथ एक समिति गठित की जाएगी जो इस रिवीजन पर काम करेगी।
– *डी-इम्पैनल्ड अस्पतालों के मामले में सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण*: मंत्री जी ने डी-इम्पैनल्ड अस्पतालों के मामले में सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने का आश्वासन दिया है और उन्हें राहत देने का प्रयास किया जाएगा।
हालांकि, मंत्री जी ने आयुष्मान भारत योजना में भ्रष्टाचार के बारे में भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कई मुद्दों पर प्रकाश डाला, जिनमें शामिल हैं:
– *अनावश्यक पैकेज ब्लॉकेज*: अस्पतालों द्वारा मरीजों के लिए अनावश्यक पैकेज ब्लॉक करना।
– *अनुचित भर्ती*: स्वस्थ व्यक्तियों को गांवों से वाहन द्वारा ला कर भर्ती करना।
– *एक मरीज के इलाज के लिए पूरे परिवार भर्ती करना*: एक ही मरीज के इलाज के लिए एक ही परिवार के कई सदस्यों के लिए दावे करना।
इन अनियमितताओं को गंभीरता से लिया जा रहा है।
IMA के प्रतिनिधियों ने मंत्री जी को आश्वासन दिया है कि वे इस के लिए कार्ययोजना बना कर इसे ठीक करेंगे
आईएमए के प्रतिनिधियों मैं डॉ विमल चोपड़ा , डॉ कुलदीप सोलंकी अध्यक्ष ,डॉ संजीव श्रीवास्तव ,सचिव आईएमए रायपुर , डॉ अखिलेश दूबे चेयरमैन हॉस्पिटल बोर्ड एवं डॉ गंभीर सिंह सचिव हॉस्पिटल बोर्ड रायपुर शामिल थे