
कवर्धा -: लगातार कबीरधाम जिला के शासकीय सेवक अपने चारित्रिक पतन करने में आमदा है जबकी सिविल सेवा आचरण अनिवार्य है शासकीय अधिकारी कर्मचारी के लिए पर कबीरधाम जिला के शासकीय सेवकों में इन दिनों लगातार आचरण में परिवर्तन दिखाई दें रहा है शासकीय अधिकारी कर्मचारी विशेष कर राजस्व विभाग अपने पुराने ढर्रे पर आज भी कायम है! कबीरधाम जिला में राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग दोनों अपने चरित्र में सुधार लायें तभी शांति का टापू कहे जाने वाले कबीरधाम अशांति से बच सकती है।
पर लगातार कबीरधाम में अशांति चल रही है इसके मुल कारण कबीरधाम जिला के राजस्व एवं पुलिस विभाग अपने वास्तविक स्वरूप से भटक चुकी है इसके पिछे मुख्य कारण भृष्ट्राचार है!आम नागरिक विगत 5 साल से कांग्रेस के राज में भृष्ट्राचार से तंग आकर भाजपा की सरकार बनाई है।
पर भाजपा के सरकार आने के बाद आज एक साल उपरांत भृष्ट्रचार में और बढ़ोतरी हो गई गांव गांव में भारी शराब की विक्रय से नया जनरेशन नसे की चपेट में जा रही है प्रशासन के कुछ लोग मनमानी पर उतर आयें है कुछ अधिकारी कर्मचारी के पास बीना पैसा का कोई कार्य नहीं होता है ।
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जबकि डिजिटल भारत हो रही है पर अधिकारी कर्मचारी डिजिटल का भरपूर दोहन कर रहे हैं बेलगाम राजस्व विभाग में मुख्य कड़ी पटवारी है और पटवारी के कृत्य से हर किसान परेशान हैं जीस अंदाज में पटवारी आडियो वायरल में पेश आ रहा है उससे साफ है पटवारी को तनिक भी आचरण में कही भी लोकसेवक का नहीं लगता पिडित किसान सभ्यता से बात कर रहा है और बता रहा है उनके खेत को दुसरे के नाम पर रजिस्ट्री भी कर दी गई और नामात्रण भी कर दिया ऊनके अनुपस्थिति में अब ये मामला सुनने में बहुत सरल है पर इतनी बड़ी भृष्ट्राचार आज के डिजिटल जमाना में कैसे संभव है पर हो गया और अब तक इस मामले में कोई कार्यवाही जिला प्रशासन नहीं किया है? इससे साफ है कदाचार करने की प्रवृत्ति लोकसेवक में वृद्धि होना स्वाभाविक है जबकी प्राईमरी तौर पर जारी आडियो से साफ है लोकसेवक अपने आचारन को निर्धारित आचरण प्रस्तुत नहीं कर रहा है लिहाजा कार्यवाही हो जाना चाहिए था ।