कवर्धाछत्तीसगढ़

उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम प्राधिकरण का एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित* 

उल्लास मय होगा कबीरधाम।

उल्लास मय होगा कबीरधाम

कबीरधाम- उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत ब्लॉक एवं संकुल स्तरीय प्रशिक्षण तथा शिक्षा साक्षरता सप्ताह के तैयारी के संबंध में जिला शिक्षा कार्यालय कबीरधाम में जिला शिक्षा अधिकारी वाय. साहू , डाइट प्राचार्य आर. साहू, जिला परियोजना अधिकारी, सहायक संचालक एम. के. गुप्ता, एपीसी अवधेशनंदन श्रीवास्तव, समस्त एबीईओ, विकासखंड परियोजना अधिकारी एस.पी. डड़सेना, सर्व सहायक ग्रेड- 3 की उपस्थिति में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया‌। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के त्वरित क्रियान्वयन हेतु राज्य स्रोत व्यक्ति शिवकुमार बंजारे प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला केशली गोड़ान, संजय गुप्ता प्रधान पाठक शास. पूर्व माध्य. शाला पालीगुडा सुश्री आरती ठाकुर शिक्षक शास. पूर्व माध्य. शाला पाण्डातराई द्वारा जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।

तत्पश्चात स्वयंसेवी शिक्षकों को ब्लॉक स्तर व संकुल स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी कड़ी में 1 से 8 सितंबर 2024 तक उल्लास नवभारत साक्षरता सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है, जिसमें उल्लास गीत, रंगोली, मानव श्रृंखला, मेहंदी, रथ, बैनर- पोस्टर, दीवार लेखन, नारे, ग्राम भ्रमण, उल्लास क्लब, मसाल रैली, प्रभात फेरी, चित्रण के अंतर्गत चपाती चित्रण, मौसमी चित्रण, स्थानीय अभिव्यक्तियों का सम्मान, उल्लास संकल्प, टीएलएम का प्रदर्शन, एफ एल एन आधारित गतिविधि, उल्लास का गुब्बारा, लिटरेसी ब्रांड एंबेसडर का चयन आदि विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे‌।

इसके लिए स्मार्ट कार्य योजना तैयार की जा रही है। 10वीं 12वीं में अध्यनरत स्वयंसेवी शिक्षकों को 10% बोनस अंक दिया जाएगा साथ ही उल्लास कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु पंचायत, संकुल, विकासखंड व जिला स्तर पर प्रत्येक माह बैठक आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक गांव में उल्लास केंद्र का निर्माण किया जाएगा। तथा उसे आकर्षक रूप देने प्रयास किए जाएंगे। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य देश में साक्षरता दर को बढ़ाना और सभी नागरिकों को साक्षर बनाना है।

इसका लक्ष्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के उन लोगों को साक्षर बनाना है जो किसी कारण वश शिक्षा से वंचित रह गए थे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत डिजिटल साक्षरता, महत्वपूर्ण जीवन कौशल विकास और बेसिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाएगा।

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