पंडरिया -: जनपद पंचायत पंडरिया में 149 ग्राम पंचायत है और चुनाव हुएं लगभग तीन वर्ष से उपर हों गया जबकी छत्तीसगढ़ सरकार का सढे चार साल लगभग पुरा हों गया है हैं अतिम पडाव चल रहा है पर जनपद पंचायत पंडरिया के सभी सरपंच ग्राम पंचायत में विकास कार्य के लिए तरस रहे हैं अधिकांश पंचायत में एक भी कार्य ना राज्य सरकार के किसी योजना से मिला है न क्षेत्र के विधायक सभी सरपंच को अपने निधी की राशि दी कुछ पंचायतों तक अपने निधी को प्रदान किया है वही हाल सांसद का है किसी भी पंचायत में सांसद निधि का राशि नहीं मिल पाया है सांसद का कार्यकाल भी लगभग 4 साल हो गया है।
मंत्री के पास अनेकों मांग पत्र दिया गया पर क्षेत्र के विधायक से सम्पर्क करने कह दिया जाता है इससे जनपद पंचायत पंडरिया के सरपंच सिर्फ अपने निधी के भरोसे मात्र है जैसे तैसे समय गुजरा जा रहा है सरपंच अपने पंचायतों में अपने मतदाताओं को जवाब नहीं दें पा रहे हैं सरकार पंचायत विभाग का आबंटन कब कहा किस पंचायत में ख़र्च किया होगा सरकार के पास लेखा जोखा है! बचे खुचे बात पार्टी वाद ने विकास रोक दिया कांग्रेस की सरकार है पर कांग्रेस समर्थित कुछ ही सरपंच बडा मुश्किल से अपने विधायक निधि का राशि विकास के लिए प्राप्त कर सके हैं पर अधिकांश कांग्रेस समर्थित सरपंच एक भी काम के लिए मोहताज हो चुके हैं बार बार मांग पत्र दें कर थक चुके हैं पर एक भी कार्य नहीं मिला वहीं हाल भाजपा समर्थित सरपंच है।
सत्ता दल तो एक लाईन में भाजपा समर्थित सरपंच है करके काम से वंचित कर दिया जाता है पर क्षेत्र में सांसद हैं जिनसे खासकर भाजपा समर्थित सरपंचो को सांसद निधि से विकास कार्य मिलने की उम्मीद रही पर वहा भी सरपंच मायूस ही रहें एक्का दुक्का सरपंच तक ही सांसद निधि का राशि अब तक दिखाई पड़ा है वही अनेक सरपंच आवेदन दे दें थक चुके हैं इस तरह पंडरिया जनपद पंचायत के सरपंचों असहाय महसूस कर रहे हैं और छोटी मोटी विकास आती भी है उसे ठेकेदारों के हवाले सौप दिया जाता है जिसका भारी रोष पंडरिया के सरपंचों में देखी जा रही है।
वही कांग्रेस भाजपा दोनों को इसका खमियाजा उठाना न पड जाये समय के गर्त में है पर पंडरिया के सरपंच स्कूल शिक्षा विभाग के रिपेयरिंग कार्य को ठेका में दिये जाने से विरोध पर उतर आए हैं और जनपद पंडरिया मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन देकर कार्य एजेंसी सरपंच को बनानें मांग किए हैं नहीं देने पर सरपंच धरना प्रदर्शन की की योजना बना चुके हैं सभी मनरेगा मिट्टी कार्य बंद करने भी निर्णय बना चुके हैं ।