
पंडरिया -: ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना का मटियामेट तब होता है जब क्षेत्र के कर्मचारी अधिकारी अपने कर्तव्य का निर्वाहन ना कर विभाग और सरकार को धोखाधड़ी कर मुफ्त खोरी में शामिल हो जाते हैं मुफ्त खोर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाने वाले कर्मचारियों का कामकाज में भौतिक परिक्षण नही करना कही ना कही लापरवाह कर्मचारी के गैर कानूनी तरीके को बढ़ावा देना होता है महली सेक्टर के स्वास्थ्य सुपरवाइजर सुरेश कश्यप 25 साल से महली में पदस्थ हैं यहा स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में रहा फिर सुपरवाइजर प्रमोशन होकर पदस्थ हो गया है पर यह सुपरवाइजर को क्षेत्र के लोग पहचानते तक नहीं है इनके क्षेत्र में 5 उपस्वास्थ्य केंद्र आते हैं गांव लगभग 20 के आसपास है पर यह जनाब इतने साल के कामकाज में इन गांवों के नागरिकों से अपना पहचान बना नही सकें है आज भी क्षेत्र के लोग यह क्या काम करता है कब गांव में आता है किन-किन नागरिकों से मिलता-जुलता है किसी को पता नहीं है ग्राम पंचायत नवागांवहटहा के सरपंच के द्वारा इनका शिकायत भी किया गया है तत्कालीन खंड चिकित्सा अधिकारी जांच किये तो चौंकाने वाले बात सामने आई गांव के लोग सुरेश कश्यप कौन है उसे कोई नहीं जानते हैं और क्या कार्य करता है वह भी गांव के लोगों को पता नहीं है और ना गांव में कभी उसे देखा गया है जब गांव वाले कभी उन्हें इतने सालों बाद देखें नहीं थे अधिकारी इनको पूरी तरह से संरक्षण करते हैं और इन्हीं की तरह और भी स्वास्थ्य कर्मचारी है जो फील्ड से नदारत रहते हैं कागजों में काम होता है भौतिक परीक्षण उनके कार्यों का अगर किया जाए तो चौंकाने वाला रिपोर्ट आएगा पर स्वास्थ्य अधिकारी को भी यह पता होता है उनके कामकाज का जो में ही मात्रा दिखाई जाती है उसकी पूरी तरह से खंड चिकित्सा अधिकारी संरक्षण करते हैं कभी भी उनके कामों का वाचन निरीक्षण नहीं किया गया और ना ही साप्ताहिक प्रतिवेदन जो दिया जाता है उसे हिसाब से कभी भी जांच नहीं हुई परिणाम स्वास्थ्य क्षेत्र कागजों में सिमट कर रह गया है इन लोगों ने खाना पूर्ति के लिए क्षेत्र के मंतःक कर्मचारी आंगनबाड़ी मिटाने इत्यादि लोगों से अपना लेखा-जोखा दुरुस्त करवा कर रखते हैं क्योंकि एक दूसरे से जुड़े हुए हैं इसलिए सभी मिली भगत कर लेखा-जोखा दुरुस्त कर लेते हैं पर शासन को उनके कार्यों से बहुत ही नुकसान तो हो ही रहा है पर नागरिकों के स्वास्थ्य लाभ से वंचित होना पड़ रहा है बिते कुछ माह पहले लक्ष्य दंपति को शासन द्वारा कुछ राशि भी देना था पर वह राशि भी कागज में प्रदान किया गया है पर वास्तविक रुप से महली सेक्टर में नागरिकों को राशि नहीं दी गई है ऊक्त सुपरवाइजर घर बैठे सब रिकार्ड सप्ताहिक विभाग को जमा कर रहा है तो फिल्ड कर्मचारी भगवान भरोसा ही है इसके कृत्य का शिकायत गृहमंत्री विजय शर्मा क्षेत्र के विधायक भावना बोहरा एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को किया गया है पर इनके सुरक्षा विभाग प्रमुख क्यों कर रहे हैं वही जान सकते हैं भृष्ट्राचार करने वाले पर विभाग मेहरबान यु ही तो नहीं होंगा वजह तो जरुर होगी जो संरक्षक को पता है।