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रामचन्द्र स्वामी मंदिर सार्वजनिक ट्रस्ट प्रबंधक कलेक्टर रायपुर के अधीन धरमपुरा की 500 करोड़ की संपत्ति तहसीलदार अजय चंद्रवंशी ने फर्जी महंत राम आशीष दास के नाम चढ़ाई कलेक्टर का नाम किया विलोपित्त…..

स्लग हनुमान मंदिर व गोपीदास मंदिर की सैकड़ों करोड़ की दान दी गई संपति को अवैध रूप से बेच रहे भू-माफिया।

स्लग हनुमान मंदिर व गोपीदास मंदिर की सैकड़ों करोड़ की दान दी गई संपति को अवैध रूप से बेच रहे भू-माफिया।

एंकर एक बड़ा आरोप अवधेश जैन ने लगाया है की फर्जी सरवराकार व महंत बनकर आशीष दास राजस्व न्यायालय में जमीन बिक्री हेतु सहमति दे रहे महासमुंद के भू-माफिया हरमीत सिंह खनूजा ने रायपुर में मंदिर व संस्थाओं की जमीन हड़पने के लिए गिरोह बनाकर काम कर रहे है भाजपा के पदाधिकारी व मजदूरो की संस्था की कीमती जमीनों में कुटरचना कर हड़पने का खेलखेला जा रहा है जिसमे आरोप ये भी है की कई राजस्व अधिकारियों की भी संलिप्तता है। Pop

रायपुर, हीरापुर, टाटीबंध निवासी अकलेश जैन ने प्रेस क्लब रायपुर में पत्रकार वार्ता में महासमुन्द के भू-माफिया हरमीत सिंह खनुजा पर हनुमान मंदिर व गोपीदास मंदिर के तथा कथित स्वयं भू महंत व फर्जी सरवराकार आशीष दास द्वारा भू माफिया गिरोह संगठित कर हनुमान मंदिर व गोपीदास मंदिर, पुरानी बस्ती जो कि सैकड़ों साल पुराना मंदिर है जिसमें शहर के लाखों नागरिकों की आस्था का केन्द्र है जिसमें मैं भी शामिल हूं गोपीदास मंदिर व हनुमान मंदिर की संपति धरमपुरा में सैकड़ों एकड़ जमीन है जो कि हजारों करोड़ों की सम्पत्ति है भू-माफिया हरमीत सिंह खनुजा जो विगत तीन साल से रायपुर में जमीन हड़पने के कार्यों के लिए चर्चित है।

के साथ मिलकर तथाकथित महंत आशीष दास जो कि सार्वजनिक न्यास जैतुसाव मठ के अधीन गोपीदास मंदिर का तत्कालीन तहसीलदार अजय कुमार चंद्रवंशी से एक आदेश दिनांक के द्वारा अपने आप को गोपीदास मंदिर का सरवराकार घोषित करवा लिया है जबकि तहसीलदार को सरवराकार बनाने की अधिकारिता नहीं है गोपीदास मंदिर को अपना निजी मंदिर बताकर आशीष दास मंदिर की संपत्ति को लगातार सैकडों करोड़ रूपयों में अवैध बिक्री कर रहा है जबकि तत्कालीन अपर कलेक्टर व पंजीयक सार्वजनिक न्यास आर.एस. धाकड़ ने अपने आदेश दिनांक 14.03.1988 में जैतुसाव मठ सार्वजनिक न्यास जिसके अधीन गोपीदास मंदिर है। जिसे लेकर प्रेस वार्ता की गई और आगे की लड़ाई जारी रखने के बाद कही गई।

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