कवर्धा, 05 सितंबर 2024। राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. राज के मार्गदर्शन में जिले में 25 अगस्त से राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा प्रारंभ किया गया है। यह पखवाड़ा 08 सितंबर तक चलेगा। इस संबंध में कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला कबीरधाम में 04 सितम्बर 2024 को जिले के पेंशनर एसोसिएशन सदस्यों की उपस्थिति में परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें नेत्र सर्जन जिला चिकित्सालय कबीरधाम डॉ. क्षमा चोपड़ा के द्वारा बताया कि मृत्यु के बाद हमारी आंखें किसी के काम आ सकती हैं। नेत्रदान मृत्यु के बाद किया जाता है। नेत्रदान के लिए यह जरूरी नहीं है कि वह अपने जीते जी घोषणा पत्र भरा हो। नेत्रदान कोई भी व्यक्ति कर सकता है, इसमें किसी भी जाति धर्म को कोई बंधन नही हैं। नेत्रदान में मृत्यु के 06 घंटे के भीतर आंख को निकालने की प्रक्रिया स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा घर पर आकर पूर्ण की जाती है। किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर इनके आंखों के ऊपर गीला कपड़ा रख दे। पंखा बंद कर सिर के नीचे से ताकिया हटा दे और तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करे। रेबीज, एड्स, टिटनेस, हेपेटाइटिस, सर्पदंश, लेप्रोसी, जहर, सिफलिस, डूबकर या जलकर, आंख का कैंसर, फांसी लगाकर ब्लड कैंसर, सेप्टीसीमिया, तपेदिक एवं संक्रामक बीमारी व्यक्ति नेत्रदान के लिए उपयुक्त नहीं रहती। यदि किसी की आंख के कॉर्निया की सफेदी कॉर्नियल ओपेसिटी के कारण दृष्टिहीनता है तो उसकी कॉर्निया बदलने से वह व्यक्ति अंधेपन से छुटकारा पा सकता हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. राज की उपस्थिति में बलदाऊ प्रसाद सोनी कवर्धा, राजेश बिसारिया कवर्धा, लक्ष्मी वानखेड़े, आदित्य श्रीवास्तव कवर्धा के द्वारा नेत्रदान एवं श्री एस.एस. जैन कवर्धा, मूलचंद देवांगन कवर्धा के द्वारा अपना देहदान की घोषणा की गई। नेत्रदान के लिए मनीष जॉय, 9425563028 पी.के. गुप्ता 9755183125 धीरेन्द्र कुमार शर्मा 8085615659 नेत्र सहायक अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष एवं सेवानिवृत पूर्व सीएमएचओ डॉ. एन.के. यदु, पूर्व सिविल सर्जन डॉ. आर.के. भुआर्य व अन्य सदस्यगण, विवेकानंद पुलिस एकेडमी के प्रशिक्षणरत् विद्यार्थी, शहरी मितानिन एवं जिला समन्वयक मितानिन कार्यक्रम, जिला कार्यक्रम प्रबंधक भी उपस्थिति थे।