छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री सतनामी होगा
धरमपुरा कांठ महाराजपुर में दोहराते दिखाई दे रही है इसके आंच से बच पायेंगे विजय शर्मा ?
कवर्धा -: सतनामी समाज के धर्मगुरु राजा गुरु बालदास साहेब आज महाराजपुर में सतनामी समाज के जिला स्तरीय बैठक लेने पहुंचे जहा जिला भर से बड़ी संख्या में सतनामी समाज के लोग उपस्थित रहे वही बेमेतरा खैरागढ़ मुंगेली से भी महंत राजमहंत एवं सतनाम सेना के पदाधिकारी उपस्थित थे! जहा गुरुबाल दास एवं गुरु पुत्र सौरब साहेब का भब्य स्वागत किया गया वही काफिला के साथ कवर्धा से मैनपुरी बैठक स्थल तक सतनामी समाज के लोग गये और बैठक स्थल के पास अखाड़ा एवं कुशल कर्तव्य के साथ सभा स्थल तक गुरु का स्वागत सत्कार किया गया ।
मंच का संचालन राज मंहत संतन दास ने किया जो गुरु आरती के बाद स्वागत भेट कराया फिर गुरुवाणी के लिए गुरुबालदास साहेब को माइक सुपुर्द किया गुरुबालदास ने अपने पुर्व चिरपरिचित अंदाज में उपस्थित लोगों को आशिर्वाद देते हुए गुरु बालदास ने सतनामी समाज को संगठित रहने और गुरु घासीदास के बतायें मार्ग और राजा गुरु बालक दास के रिती निती पर चल कर स्वाभीमान के साथ स्वावलंबी रह कर जीना है बताया वही गुरु बालदास ने समाज में कुछ विकृति भी है उसे दूर करने कहा और यह भी चेताया छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज को जो अपमान करेगा उसका कल्याण नहीं होगा जब जब सतनामी समाज का जीसने भी अपमानित करने की कोशिश की उसका पतन अब तक हुआं है।
गुरु बालदास ने यह भी कहा छत्तीसगढ़ में सरकार सतनामी समाज के आशिर्वाद बीना नहीं बन सकता जीस दल को सतनामी समाज आशिर्वाद दिया है उसी का सरकार छत्तीसगढ़ में बनता है पिछले और वर्तमान सरकार दोनों को पता है पिछले भुपेश सरकार को सतनामी समाज आशिर्वाद दिया तभी कांग्रेस की सरकार बनी और सरकार बनने के बाद कांग्रेस सबसे ज्यादा सतनामी समाज का अपमान किया इसलिए सतनामी समाज भाजपा को आशिर्वाद दिया और सरकार बन गई और गुरु बालदास ने यह भी कहा छत्तीसगढ़ में हर समाज के लोग मुख्यमंत्री बन गये भविष्य में अब सतनामी समाज एक जुट हो जाओ और अब सतनामी समाज मुख्यमंत्री बनेगा छत्तीसगढ़ में जो भी दल सतनामी समाज को मुख्यमंत्री स्वीकार करेगा उसी दल को सतनामी समाज आशिर्वाद देने का काम आगे करेगी इसके लिए सतनामी समाज छत्तीसगढ़ में 80 लाख करीब है अब सब को एक जुट करने का मुहिम गुरु बालदास साहेब चला रहे हैं इसलिए पुरे छत्तीसगढ़ में जाकर सतनामी समाज को संगठित किया जायेगा और एक सुत्र में बांध कर रखने का कार्य किया जायेगा ।
इसी बीच ग्राम महाराजपुर निवासी पेशीलाल ओग्रे द्वारा खसरा नंबर 99 के 9 एकड शासकीय भुमि में करीब 2 एकड़ अन्य लोगों के समान हरियर योजना अन्तर्गत पट्टा लेकर फलदार वृक्ष लगायें थे लगभग 20 साल से कब्जा में था जीसे षड्यंत्र कर सिर्फ पेशीलाल सतनामी है इसलिए 9 एकड़ में से 2 एकड़ जमीन जो हरियर योजना से फलदार वृक्ष लगायें गये थे और उस फलदार वृक्ष की रखवाली करने घर बना कर रहने लगे थे जीसे सतनामी समाज होने के कारण मात्र चिन्हांकित कर बेदखल कर दिया बोल्डोजर चला कर सब फलदार वृक्ष एवं घर को नष्ट कर दिया गया है जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है सतनामी समाज इसमें न्याय इंसाफ चाहती है जब 9 एकड़ जमीन शासकीय है और सभी को अलग अलग लोगों द्वारा कब्जा किया गया है उसी में से सतनामी समाज के पेशीलाल भी 2 एकड़ को कब्जा किया था और उस कब्जा के जमीन को सरकार हरियर योजना से फलदार वृक्ष लगाने पेशीलाल को अधिकृत भी किया है तो भी मात्र पेशीलाल के कब्जा जमीन बस को षड्यंत्र कर सतनामी समाज को बस बेदखल किया गया है यह कार्य किसी भी हालात में स्विकार नहीं किया जायेगा इसके लिए हर हद तक लड़ाई लड़ी जायेंगी बेदखल कर रहे थे उस दिन एस डी एम को मना किया गया उस दिन एस डी एम झुठ बोल कर बेदखल रोकने की बात कही साथ ही यहा के विधायक एवं ग्रृह एवं पंचायत एवं उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को भी बेदखल करने से मना किया गया आवेदन भी दिया गया पर सब ने झुठ बोला बेदखल रोक दिया गया है।
गुरु बालदास को बताया पर आकर आज देखा तो बेदल कर दिया गया है सब फलदार वृक्ष एवं घर सब को नष्ट कर दिया गया है जबकि हाईकोर्ट ने भी इस जमीन को पेशीलाल को देने कहा है फिर भी कलेक्टर कवर्धा हाईकोर्ट के आदेश को मानने से इंकार कर दिया ये सब षड्यंत्र सिर्फ सतनामी समाज के लिए किया गया है अब यह जमीन को सरकार और विजय शर्मा सभी को पेशीलाल को देना ही पड़ेगा इसके लिए सतनामी समाज को एक होकर लडाई लडने की बात कही है इंसाफ लेकर रहेंगी सतनामी समाज गुरु बालदास ने कड़े शब्दों में आपत्ति जताई है और चेताया है लडाई से पहले छत्तीसगढ़ सरकार खासकर क्षेत्र के विधायक एवं उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा इस मामले को बढ़ने से पहले रोक लें और पेशीलाल को जमीन वापस कर दें इससे पिछे सतनामी समाज कोई समझौता नहीं करेगा दो टुक में धर्म गुरु राजा गुरु बालदास साहेब ने कहा है अब देखना है विजय शर्मा के लिए यह पुर्व विधायक एवं तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष के बुनें ताना-बाना में फंसने से कैसे निकल पाते हैं यह आगे दिखाई देगा।