लोक सभा राजनांदगांव में 8 विधानसभा है जहा भाजपा 5 सीट हारी है 3 ही जीत पाई है।
जातीय समीकरण रहा तो भाजपा गोपाल पर दांव लगा सकती है ?
कवर्धा -:*बल्लूराम डांट काम*
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई राजनैतिक दलों द्वारा उमीदवारो के नाम चयन अंतिम दौर में चल रहा है । सम्भावना है कि भाजपा और कांग्रेस दोनो दल आचार संहिता लगने से पहले अपने सभी प्रत्याशीयो की घोषणा कर देंगे ।
वैसे तो छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीट है लेकिन दोनो दलों को उम्मीदवारों के चयन में सबसे ज्यादा माथापच्ची 6 अनारक्षित सीटो में करना पड़ता है । जहाँ टिकट वितरण क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण के आधार पर किया जाता है । राजनीतिक दल इन क्षेत्रों विभिन्न जाति वर्ग के आबादी को ध्यान में रखकर अपना प्रत्याशी चयन करते है ।
हर बार की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ के हॉट सीट कहे जाने वाले राजनांदगांव क्षेत्र जो 2 पूर्व मुख्यमंत्रीयो का लोकसभा क्षेत्र रहा है । जहाँ वर्तमान में सांसद श्री सन्तोष पांडेय जी है ।
2024 लोकसभा चुनाव के लिए केंद्रीय नेतृत्व द्वारा प्रत्याशी चयन क्राइटेरिया एवम जातिगत समीकरण को देखते हुए इस बार राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस दोनो पार्टी ओबीसी वर्ग के प्रत्याशी उतारेंगे ऐसा लग रहा है क्योंकि यह क्षेत्र ओबीसी बाहुल्य क्षेत्र है । इस लोकसभा सीट में संभावित उम्मीदवारो की बात करे तो काँग्रेस की तरफ से राज्य के बड़े ओबीसी चेहरा पूर्व मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल जी का नाम आया था लेकिन वे पार्टी के समक्ष लोकसभा चुनाव नही लड़ने की असहमति जता चुके है ।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में ओबीसी में सबसे ज्यादा आबादी साहू समाज की है । इसी को देखते हुए पिछले बार 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने श्री भोलाराम साहू को अपना उमीदवार बनाया था जो बीजेपी के सामान्य वर्ग के उम्मीदवार श्री सन्तोष पांडेय से चुनाव हार गए थे । इस बार भी कांग्रेस के तरफ से प्रमुख दावेदारों में साहू समाज से ही डोंगरगांव के 3 बार के विधायक श्री दलेश्वर साहू एवम खुज्जी के पूर्व विधायक श्रीमती छन्नी साहू का नाम आ रहा है ।
चूँकि बीजेपी राजनांदगांव लोकसभा सीट से वर्तमान विधानसभा चुनाव में 8 में से 5 सीट हार चुकी है पंडरिया कवर्धा राजनांदगांव विधानसभा सीट ही जीत पाई है! जबकि राजनांदगांव कवर्धा लोकसभा साहु समाज का बाहुलता है और भाजपा अभी तक साहू समाज को टिकट लोकसभा के लिए नही दिया है इसलिए सम्भव है की क्षेत्र में साहू समाज की बड़ी आबादी को देखते हुए इस बार बीजेपी भी साहू समाज को अपना प्रत्याशी बनाए । बीजेपी की साहू समाज से सम्भावित दावेदारों में प्रमुख नाम पंडरिया क्षेत्र के युवा सक्रिय नेता श्री गोपाल साहू जो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और कोरबा जिला के संगठन सह प्रभारी है वे पूर्व में जिला पंचायत कबीरधाम के सभापति रह रह चुके है साथ ही वे साहू समाज के अनेक पदों पर प्रदेश पदाधिकारी भी रहे है । उनकी प्रबल दावेदारी को देखते हुए भाजपा उन्हें अपना प्रत्याशी बना सकती है।
ऐसे में राजनांदगांव लोकसभा में दोनो पार्टी से साहू समाज के प्रत्याशी देखने को मिल सकता है जैसा कि 2019 लोकसभा चुनाव में महासमुंद से कांग्रेस और भाजपा दोनों साहू समाज के प्रत्याशी उतारे थे । विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि इस बार राजनांदगांव क्षेत्र से भाजपा और कांग्रेस दोनो पार्टी साहू समाज से प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है ।