पंडरिया-(बल्लुराम डांट काम) संपादक— विजय धृतलहरे
बड़े लंबे बरसों बाद आज पंडरिया के जनता अपने प्रिय नेता सतीश भैया उर्फ धर्मजीत सिंह का आज भव्य स्वागत किया गया धर्मजीत सिंह लोरमी पंडरिया में प्रथम चुनाव 1993 में जीत कराई तब भारी ऐतिहासिक स्वागत पंडरिया नगर वासी ने उस समय किया था फिर1998 के चुनाव भी जीते और फिर छत्तीसगढ़ राज्य मध्यप्रदेश से अलग हुआ विधानसभा परिसीमन हुई लोरमी पंडरिया अलग अलग विधानसभा बन गया फिर धर्मजीत सिंह पंडरिया विधानसभा से दुरी बना लिया और लोरमी विधानसभा में कई बार विधायक बने राजनीति के उठा पटक के घेरा में फंसे और कांग्रेस से अलग होना पड़ा फिर जोगी जी के छजका में गया तब भी चुनाव जीत लिया अब राजनीति ने फिर धर्मजीत के साथ उठा पटक के खेल खिलाया और भाजपा में प्रवेश कर तखतपुर विधानसभा से भारी मतों से विजय दिलाई है।
जिससे धर्मजीत सिंह को लगता है कि छत्तीसगढ़ के कहीं भी विधानसभा में चुनाव लड़ा दिया जाए तो धर्मजीत सिंह आसानी से चुनाव जीत सकते हैं मतलब धर्मजीत सिंह मध्य प्रदेश जमाने में अच्छा विधायक तो थे ही परंतु छत्तीसगढ़ राज्य में भी उन्हें उत्कृष्ट विधायक के रूप में जाना जाता है और राजनीति में पारंगत होने के साथ एचडी कभी उपाधि उन्हें प्राप्त मिला हुआ है।
धर्मजीत सिंह की राजनीति किसी भी लोगों को प्रभावित कर देती है उनके मिलने बोलते कि कल ने मतदाता को लुभा देती है राजनीति में वही सिकंदर होता है जिसके सर में ताज होता है धर्मजीत सिंह व सिकंदर है जो हमेशा अपने सर पर तक जनता से पहनवा ही लेते हैं इसी बात को आज धर्मजीत सिंह ने दोहराया है और कहां है पंडरिया ने उन्हें इस लायक बना दिया है और लोरमी और तखतपुर में उन्हें जीत दिया है तब वह कह सकता है कि वह कहीं भी अब जीत सकता है इस बात को धर्मजीत सिंह के पंडरिया में भारी हर्षोल्लास के साथ समर्थन करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया है ।
आज धर्मजीत सिंह के स्वागत में पुरानी याद को ताजा पंडरिया के लिए किया है और भारी उनका जगह-जगह स्वागत सत्कार किया गया जिसमें महिलाओं के द्वारा दिए और थाली सजाकर उनका पूजा अर्चना की गई साथ ही गांधी मैदान में उन्हें लड्डुओं से तौला गया है वही महामाया मंदिर तक धर्मजीत सिंह का भारी स्वागत सत्कार के साथ पहुंचे हैं।
इस कार्य में पंडरिया के सभी दलों के नेता कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित थे साथ में पंडरिया के वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रकुमार सोनी विजय धृतलहरे श्याम टंडन देवेंद्र गुप्ता मोहन जैन शिवचरित्र सिंह ठाकुर फूल सिंह मेरे खेम सिंह ठाकुर वीरेंद्र सिंह ठाकुर गजपाल चंद्राकर राजेंद्र चंद्रवंशी नदी हलवाई प्रदीप गोस्वामी मंशाराम डिंडोरे देवचरण यादव रितेश सिंह ठाकुर गोलू ठाकुर सुमित तिवारी रामप्रसाद चन्द्रवंशी देवर्ष भाई सापरिया हरिष जैन दिलीप जैन के अलावा भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित हुए।