*कवर्धा*-: कबीरधाम जिला के स्वास्थ्य विभाग जब से सीएमएचओ सुजाय मुखर्जी पदस्थ हैं तब से छत्तीसगढ़ राज्य में सुर्खियां बटोरी है कांग्रेस सरकार में काफी पैठ बनाने वाले मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुजाय मुखर्जी अपनी पकड़ का भरपूर दुरुपयोग करते पाए गए हैं लगातार कानून को धता बताते रहे विभाग के अनेक आदेशों का लगातार उनके द्वारा अवहेलना किया गया आपको बता दें छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा संल्गनीकरण समाप्त कर दी गई है पर सीएमएचओ द्वारा जिला में लगभग 80 कर्मचारियों को संलग्न किया गया है ।
जिस दिन छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा संलग्न करण निरस्त करने की आदेश की गई थी दूसरे ही दिन आदेश उपरांत 30 कर्मचारियों का संलग्ननिकरण कर दिया गया इससे साफ संदेश सुजाय मुखर्जी ने विभाग के आला अफसरों को संदेश दिया कि आपका आदेश सुजाय मुखर्जी के सामने कुछ नहीं है यह सब कांग्रेस सरकार के दबंग मंत्री मोहम्मद अकबर के इशारे पर किया जाना सूत्र बताते हैं ।
वही जो कर्मचारी उनकी सेवा भक्ति नहीं करते उन कर्मचारियों को अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कुंठित या दुर्भावना ग्रसित मानसिकता के तहत उन पर विभिन्न प्रकार के विभागीय आरोप लगाकर या तो उनको निलंबित कर दी गई या उनका ट्रांसफर कर दिया गया या विभिन्न प्रकार के मानसिक प्रताड़ना कर्मचारियों को दी गई ऐसे कर्मचारियों की संख्या कबीरधाम जिला में सैकड़ो प्रताड़ित कर्मचारी है।
विशेष कर सुजाय मुखर्जी के निशाने पर अनुसूचित जाति के कर्मचारी ज्यादातर रहे हैं और यह अपनी कार्यवाही व जांच अपने ही स्वजाती जो प्रमुख रूप से पंडरिया के बीएमओ स्वप्निल तिवारी जो प्रभारी है इनके बारे में भी विभाग की जानकार बताते हैं यह जूनियर है नियमनुसार BMO पद के लायक नहीं है इससे अनेक वरिष्ठ अधिकारी जिला अस्पताल में है पर इनका विशेष जुड़ाव के कारण पंडरिया का बीएमओ बना दिया गया और उनके द्वारा सुजाय मुखर्जी अनुसूचित जाति के विशेष रूप से कर्मचारियों को प्रताड़ित इनके द्वारा कराया गया और विभिन्न कर्मचारी को ट्रांसफर भी की गई मनचाहा स्थान में भी पदस्थ किया गया यह सब निशुल्क सेवा नहीं किया गया।
बताते हैं भारी भरकम इस पर लेनदेन भी संभावित है जो कर्मचारी लेन-देन नहीं कियें उन सब को प्रताड़ित किया गया आज भी जारी है यह अभियान आप को बता दें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी संघ अध्यक्ष गणेश जांगड़े इन सब गलत कामो का विरोध किया तो गणेश जांगड़े को प्रताड़ित करते हुए उनको निलंबित कर दिया गया और जीवन निर्वहन के लिए आधा वेतन भी नहीं दिया गया और अपने विशेष स्वजाति के अयोग्य प्रभारी BMO का स्वजाति के बाबू को जांच अधिकारी बना कर अपने मनमुताबिक जांच प्रतिवेदन बनवा कर दोषी ठहरा दिया गया और वनांचल में ट्रांसफर भी कर दिया गया इस पिडा का शिकायत गणेश जांगड़े उच्च अधिकारी के पास किया था जिसमें जिला परामर्श दात्री समिति में भी किया था जिसमें जांच पर cmho bmo के जांच समिति बनाना और जांच कर दोषी बनाते हुए पुरी प्रक्रिया को गलत पाया गया है और गणेश जांगड़े वं अन्य कर्मचारी जो इन अधिकारियों के द्वारा प्रताड़ित किया गया है उन सभी को राहत देते हुए दोष मुक्त किया गया है और अपने मुल स्थान पर पदस्थ करने परामर्श दात्री समिति द्वारा आदेश कर दिया है ।
सुजाय मुखर्जी cmho व स्वप्निल तिवारी प्रभारी BMO को पद का दुरुपयोग करते पाये जाने पर तुरंत हटाते हुए उचित कार्यवाही इन पर नया सरकार को कर देना चाहिए स्वास्थ्य विभाग उम्मीद से देख रही है।