75 साल की आजादी में पिछड़ा वर्ग अधिकार वंचित क्यों ?? – – बसपा*
*75 साल की आजादी में पिछड़ा वर्ग अधिकार वंचित क्यों ?? – – बसपा*
26 जून 2023 को नरौली पण्डरिया में आरक्षण के जनक आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी दिलाने वाले राजर्शी छत्रपति शाहू जी कुर्मी महाराज के जन्म जयंती पर बहुजन समाज पार्टी द्वारा आयोजित पिछड़ा वर्ग संगोष्ठी में चिंतन किया गया। कि 75 साल की आजादी में *धन धरती में शिक्षा संपत्ति में जिंदगी के हर क्षेत्र में आज भी पिछड़ा वर्ग समाज अधिकार वंचित नजर आ रहा है यह बात बड़ी दुख के साथ कहना पड़ रहा है* इस देश के अंदर में सबसे ज्यादा शासन कांग्रेस ने किया दूसरे नंबर पर बीजेपी को मौका लगा तो इन्होंने भी धर्म की आड़ में पिछड़ा वर्ग का शोषण करने का काम किया आज इनकी आबादी 52 फ़ीसदी होने के बाद भी शासन प्रशासन में हिस्सेदारी नगण्य है *पिछड़े वर्ग के 314 आई एएस को क्रीमीलेयर के नाम से मोदी सरकार निरस्त कर दिया था* 1984 से पहले एक भी पिछड़ा वर्ग का सांसद विधायक नजर नहीं आता था इतिहास गवाह है तर्क किया जा सकता है 1989 में बहुजन समाज पार्टी के सहयोग से वीपी सिंह का सरकार बना जिसमें *बीएसपी के दबाव के कारण मंडल आयोग लागू करना पड़ा ।जिससे पिछड़े वर्ग की भागीदारी की शुरुआत हुआ* आज उसी का नतीजा है कि कुछ सांसद विधायक शासन-प्रशासन में कुछ हिस्सेदारी शुरुआत हुआ। आज छत्तीसगढ़ में *पिछड़ा वर्ग का मुख्यमंत्री होने के बाद भी पिछड़ी जाति का 27 फ़ीसदी हिस्सेदारी भी देने में भूपेश सरकार नाकाम रहा है* बड़ी आशा उम्मीद थी लोगों को बड़ी आबादी के व्यक्ति मुख्यमंत्री बनने पर इन पिछड़ी जाति के जीवन में बदलाव आएगा ।मगर दुख के साथ कहना पड़ता है की अमीरों धन्ना सेठों की इशारे पर चलने वाली कांग्रेस बीजेपी की नीति सांप नाथ नागनाथ की तरह है केंद्र की भाजपा सरकार संविधान खत्म करने मूलनिवासी बहुजन समाज को अधिकार वंचित बनाए रखने का कार्य कर रही है सारे सरकारी क्षेत्र को कारपोरेट उद्योगपतियों को बेच रही है उसी के तर्ज पर कांग्रेस पार्टी भी चलकर छत्तीसगढ़ में पिछड़ों के हित में कोई बड़ा काम नहीं कर पाया। *पिछड़ा वर्ग वैज्ञानिक समाज है जब कोई तेल का फैक्ट्री नहीं था तो तेली/साहू समाज तेल के घानी का अविष्कार करके समाज को तेल सप्लाई करता था लेकिन दुख की बात है कि उनकी एक भी तेल का फैक्ट्री नहीं है केवट निषाद समाज वैज्ञानिक समाज है जिस समय पुल पुलिया का निर्माण नहीं हुआ था तो डोंगा चला करके राम का भी बेड़ा पार लगाया ।आज उनका खुद का नैया डूब रहा है* ? इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग कॉन्ट्रैक्ट पर अन्य लोगों को दिया जा रहा है
बीजेपी सांप्रदायिकता (हिन्दु -मुश्लिम) फैलाकर के इमोशनल पॉलिटिक्स करना चाहती है पिछड़ी जाति जनगणना भी केंद्र सरकार नहीं कराना चाहती ?उनको डर है कि पिछड़ी जाति के जनसंख्या का पता चलने के बाद कहीं हक अधिकार की लड़ाई शुरु ना कर दे? *मुस्लिम बहाना है पिछड़ा वर्ग एस सी एस टी निशाना है* राम मंदिर ट्रस्ट में कितने पिछड़े वर्ग सदस्य हैं? आज जो भी मिला है डॉ अंबेडकर के भारतीय संविधान के कारण सारे छेत्र में 27 फ़ीसदी हिस्सेदारी का प्रावधान है नागनाथ नागनाथ की सरकारों ने आज तक पिछड़े वर्ग को अधिकार वंचित रखने का काम किया है आज बड़ी चिंतन करने का विषय है इन सरकारों की ग़लत नीति व नियत के कारण देश के सबसे बड़े समाज के पिछड़ने के कारण देश की स्थिति भी पिछड़ने की कगार पर है?? ये सब भाग्य किस्मत की देन नहीं??सत्ता धारियों का देन है??