पंडरिया:- राजनीति के क्षेत्र में जनाधार और इमानदारी और आज्ञाकारी बहुत महत्व रखता है और कांग्रेस के प्रति पुरी निष्ठा से पंडरिया क्षेत्र के इन सभी महत्व के खुबी पालें कांग्रेस एक राजनीतिक दल है इस बात को जानने समझने के अलावा आस्था के रुप में मानने वाले राधेलाल भास्कर अपने पुरा समय कांग्रेस में खपा दिया है, पर पार्टी भास्कर का त्याग तपस्या कर्मठता का ख्याल नहीं रख पाई है ये कह रहे हैं भास्कर के समर्थक ।
राधेलाल भास्कर पंडरिया विधानसभा में एक वर्ग के अलावा भी अन्य वर्गों में भी मजबुती से पकड रखते हैं और ये पकड का जानकारी कांग्रेस के हर बडा पदाधिकारी जानते हैं बाऊजुद अब तक के रवैए से भास्कर के समर्थक में मायुसी है छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस के सरकार 15 वर्ष के बाद बहुत तगड़े समर्थन के साथ आई है तो लगा था भास्कर जैसे कर्मठ कार्यकर्ता का ख्याल रखेंगी कांग्रेस,पर राधेलाल भास्कर के समर्थक की बातें अगर सही है तो कांग्रेस राधेलाल भास्कर का त्याग तपस्या कर्मठता को नजरंदाज कर गया बीते चार साल में भास्कर एवं उनके समर्थक को नजरंदाज किया गया कार्यकर्ता बताते हैं भास्कर जी का सम्मान राज्य के दूसरा बडा मंत्री मोहम्मद अकबर बहुत करीबी हैं इसीलिए उनके घर भोजन करने भी आये थे पर बताते हैं करीबी सुत्र भास्कर जी मंत्री मोहम्मद चाहते तो किसी भी आयोग मंडल में राज्यमंत्री का दर्जा दिला सकते थे पर उनसे जुनयर जो कांग्रेस के कभी हो ना सके अवसरवादी को पद प्रतिष्ठा दिला दिया गया पर भास्कर जी का सम्मान का ख्याल नहीं रखा गया वर्तमान समय में क्षेत्रीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सहकारी समिति में अध्यक्ष सदस्य बना कर सम्मानित किया गया है पर भास्कर जी का ख्याल कांग्रेस या मंत्री अकबर को नही आया बिच में कार्यवाहक जिला अध्यक्ष बनाया गया था पर उस पद से भी भास्कर को हटा दिया गया।
अब सरकार 1 साल मात्र कार्यकाल बचाई है राज्य के सभी आयोग निगम मंडल के पदाधिकारी घोषित कर दिया गया है जिला के भी सभी पद भरे पड़े हैं बचा है कबीरधाम जिला के सहकारी समिति से निर्मित भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना राम्हेपुर सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना बिषेसरा राज्य सरकार जब कृषि साख सहकारी समिति में मनोनीत अपने कार्यकर्ताओं को पद का लाभ दिला रही है तो सहकारी शक्कर कारखाना में भी अध्यक्ष मनोनीत करेंगी तो क्या राधेलाल भास्कर का सम्मान करते हुए मोहम्मद अकबर और कांग्रेस पार्टी भास्कर जैसे कर्मठ कार्यकर्ता को पद का लाभ दिला कर सम्मानित करेगी या सेवक मात्र बना कर रखना पसंद करेगी ?