जिला मुख्यालय समीपस्थ ग्राम डबराभाट में 2 मई से 4 मई तक तीन दिवसीय सतनाम मेला का आयोजन किया जा रहा हैं।इस दौरान समाज के लोगों द्वारा गुरु की प्रार्थना कर अच्छे कार्य करने का संकल्प लेगे।सतनाम मेले का शुरुआत गुरु घासीदास की विशाल जैतखाम,अमर ज्योति कलश जो 14 वर्षों से जल रहा हैं व गुरु गद्दी की स्थापना कर मेला का शुभारंभ किया जाएगा।इस दौरान गुरु की प्रार्थना करते हुए अनुयायियों ने अच्छे कार्य करने का दृढ़ संकल्प लेगे।मेले में सतनाम पंथ के प्रमुखों व अनुयायियों के द्वारा अमर ज्योति कलश को लेकर भुइयां नापते हुए गुरुदारा में प्रवेश कर मेला का शुभारंभ करेंगे।तीन दिनों तक गांव में गुरु घासीदास बाबा का संदेश गूंजेगा। ग्राम पंचायत डबराभाट के उपसरपच श्रीमती अंजुल केशकर ने बताया की मनखे-मनखे एक समान का संदेश जन जन तक पहुंचाने के लिए विभिन्न पंथी पाटियों के द्वारा जन जागृति पैदा व मांदर के धुन पर कलाकारों के द्वारा सत्य,अहिंसा,शांति,एकता,भाईचारे और सभ्दावना के संदेशों का प्रसार सतनाम मेले के माध्यम से मानव समाज को जगाने का प्रयास किया जाएगा ।इस दौरान समाज के लोगों के द्वारा गुरु की प्रार्थना कर अच्छे कार्य करने का संकल्प लेंगे ।
मेले में उमड़ेगा हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब
तीन दिवसीय सतनाम मेले में लोगों का जनसैलाब उमड़ेगा।क्योंकि सतनाम पंथ के अनुयायियों के आस्था का प्रतीक डबराभाट धाम में भव्य गुरुदारा व जोडा जैतखाम का निर्माण हुआ है जिसको देखने के लिए सतनाम धर्म के लोग और अन्य समाज के लोग आसपास गांव के लोग दूरदराज के श्रद्धालु लोग पहुंचकर बाबा के दरबार में आशीर्वाद मांगगे।ताकि मनोकामना पूर्ण हो सके इस बार बढ़ी सख्या में तरह-तरह के दुकाने लगाई गई जा रही है और बच्चों के मनोरंजन के लिए मेले में झूले,खिलोने,मिठाई और अन्य मनोरंजन का दुकाने सजने लग गई है जिसमें लोग सबसे ज्यादा झूलों को पसंद करते दिखाई देते हैं।सतनाम मेला का उद्देश्य बाबा गुरु घासीदास के संदेशों को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं एक नहीं सभी समाज सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही श्रेष्ठ नागरिक बनते हैं और आगे बढ़ते हैं जिसे सत्य को छुपाया नहीं जा सकता देर है अंधेर नहीं क्योंकि बाबा के दरबार में सत्य और अहिंसा का भंडार है।
तीनों दिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित
2 मई प्रथम दिवस
सुबह 6 बजे गुरुद्वारा परिसर में पूजा अर्चना रात्रि 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक भगवती पात्रे का सतनाम भजन व साथी कलकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत देंगे।
3 मई 2024 शाम 6:00 बजे पूजा अर्चना रात्रि 9:00 बजे से 11:30 बजे तक भगवती पात्रे सतनाम भजन 12:00 बजे से अमित कमल कोशले का रंग रंग कार्यक्रम एवं मेहमान कलाकार प्रेम आनंद चौहान साथी कलाकारों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
दिनाक 4 मई 2024 को शाम 6:00 बजे पूजा अर्चना रात्रि 9:00 बजे से 11:00 बज तक भगवती पात्रे सतनाम भजन रात्रि 12:00 बजे से गोफेलाल गेंदले का रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुति देंगे। समापन समारोह।
समापन समारोह में सत्य अहिंसा के प्रतीक जैतखाम में श्वेत पालो चढ़ाकर गुरु घासीदास बाबा की अमृत वाणी को जन जन तक पहुच आएंगे वही चौका आरती के साथ बाबा की पंथी नृत्य की सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।