कवर्धाछत्तीसगढ़

प्राकृतिक आपदा और सड़क दुर्घटना से जुड़े आवेदनों का संवेदनशीलता से निराकरण कर पीड़ितों को त्वरित लाभान्वित करें– कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा

समय पर प्रतिवेदन नहीं देने वाले पटवारियों पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी, नोटिस जारी करने के दिए निर्देश

समय पर प्रतिवेदन नहीं देने वाले पटवारियों पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी, नोटिस जारी करने के दिए निर्देश

 

कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने कवर्धा तहसील एवं नायब तहसील न्यायालय का किया औचक निरीक्षण, लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के दिए निर्देश

 

 

कवर्धा, 26 जुलाई 2025। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने आज कवर्धा तहसील एवं नायब तहसील न्यायालय का औचक निरीक्षण कर राजस्व मामलों की गहन समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, आरबीसी 6-4 सहित समय-सीमा पार कर लंबित प्रकरणों की स्थिति का अवलोकन किया और त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री वर्मा ने विशेष रूप से प्राकृतिक आपदा और सड़क दुर्घटना से जुड़े आठ मामलों की समीक्षा की और सभी को 15 दिनों के भीतर निराकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक आवेदन पर संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण से विचार किया जाए, ताकि पीड़ितों को समय पर न्याय और राहत मिल सके। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि तहसीलदार और थानेदार परस्पर समन्वय बनाते हुए सभी आवश्यक दस्तावेजों को तत्काल एकत्र करें और प्रकरणों का यथाशीघ्र निराकरण सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने वर्षा ऋतु के दौरान क्षेत्रीय भ्रमण बढ़ाने और आपदा की स्थिति में नियमों के अनुसार शीघ्र राहत राशि स्वीकृत करने के निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने तहसील न्यायालय के त्रुटि सुधार के आठ, सीमांकन के एक, वहीं नायब तहसील न्यायालय के त्रुटि सुधार के दो तथा सीमांकन के एक लंबित प्रकरण का शीघ्र निराकरण करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी लंबित मामलों की साप्ताहिक समीक्षा कर तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित करने पर बल दिया। कलेक्टर श्री वर्मा ने विशेष रूप से उन प्रकरणों पर नाराजगी जताई जिनमें पटवारी प्रतिवेदन के लिए बार-बार पेशी बढ़ाई जा रही है। उन्होंने ऐसे पटवारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि आम जनता को अनावश्यक रूप से कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें, इसके लिए राजस्व कार्य प्रणाली को सरल, पारदर्शी और जनहितैषी बनाया जाए।

कलेक्टर श्री वर्मा ने वर्षों से लंबित फाइलों की स्वयं समीक्षा करते हुए पाया कि अनेक मामलों में पक्षकार न्यायालय में उपस्थित नहीं हो रहे हैं। इस पर उन्होंने निर्देशित किया कि ऐसी स्थिति में नियमानुसार आगे की कार्यवाही कर प्रकरणों का समयबद्ध निराकरण किया जाए। साथ ही लंबित सुनवाई वाले प्रकरणों में पक्षकारों को शीघ्र नोटिस जारी कर उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर एवं एसडीएम श्री मुकेश रावटे, तहसीलदार श्री परमेश्वर मंडावी तथा नायब तहसीलदार श्री विकास जैन उपस्थित रहे।

कलेक्टर श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आम जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहते हुए राजस्व कार्यों को गंभीरता, पारदर्शिता और गति के साथ संपादित करें। उन्होंने समय-सीमा निर्धारित करते हुए समस्त लंबित प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और हल्का पटवारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। हर राजस्व बैठक में एक वर्ष से अधिक समय से लंबित या जटिल प्रकरणों को प्रस्तुत किया जाए ताकि उच्च अधिकारियों की निगरानी में उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जा सके।

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