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स्वर्गीय अजीत जोगी जी की प्रतिमा का अपमान असहनीय; तत्काल पुनर्स्थापना और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग: गौरव सिंह, प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा

जोगी एक विचारधारा है, जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकता: अंकुर आजाद, प्रदेश अध्यक्ष छात्र संगठन

जोगी एक विचारधारा है, जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकता: अंकुर आजाद, प्रदेश अध्यक्ष छात्र संगठन

छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री, जननायक स्वर्गीय श्री अजीत जोगी जी की आदमकद प्रतिमा को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के ज्योतिपुर चौक से रात के अंधेरे में चोरी-छिपे उखाड़कर कचरे में फेंकने की घृणित और निंदनीय घटना ने छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता की भावनाओं को आहत किया है। यह न केवल स्व. जोगी जी का अपमान है, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और जनभावनाओं पर कुठाराघात है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) इस अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करती है और मांग करती है कि 24 घंटे के भीतर ज्योतिपुर चौक पर प्रतिमा की पुनर्स्थापना हो, दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाए, और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एफआईआर दर्ज हो।

इस घटना ने राज्य सरकार के “सुशासन” के दावों की पोल खोल दी है और साबित करता है कि प्रशासनिक तंत्र निष्क्रिय होकर केवल दिखावटी कार्यवाहियों तक सीमित है। स्व. अजीत जोगी जी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर कचरे में फेंकना छत्तीसगढ़ के गौरव और स्व. जोगी जी की जन्मस्थली गौरेला की जनता के साथ विश्वासघात है।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रदेश संगठन महामंत्री सौरभ झा ने कहा कि जोगी जी छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान, शांति, और विकास के प्रतीक थे। उनकी योजनाओं जैसे जोगी डाबरी, एनएमडीसी, और कवर्धा शुगर मिल ने किसानों और आदिवासियों के जीवन को समृद्ध किया। उनकी विचारधारा को मिटाने का कोई भी प्रयास कभी सफल नहीं हो सकता।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री अमित जोगी ने घोषणा की है कि “या तो जोगी जी की प्रतिमा लगेगी, या मेरी अर्थी उठेगी।” वे प्रतिमा की पुनर्स्थापना तक आमरण अनशन पर रहेंगे। जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर विरोध शुरू कर दिया है, जिसमें पुतला दहन और आंदोलन शामिल हैं। जनता कांग्रेस सभी प्रदेशवासियों और जोगी समर्थकों से अपील करती है कि दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर इस जघन्य कृत्य की निंदा करें और स्व. जोगी जी के सम्मान में एकजुट हों।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के रायपुर जिला अध्यक्ष माखन ताम्रकार ने कहा कि “स्व. अजीत जोगी जी छत्तीसगढ़ के निर्माण के आधार थे। उनकी प्रतिमा को रात के अंधेरे में हटाकर कचरे में फेंकना न केवल उनकी स्मृति का अपमान है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की जनता की भावनाओं पर प्रहार है। यह घटना सत्ताधारी भाजपा सरकार की संकीर्ण मानसिकता को दर्शाती है। हम मांग करते हैं कि 24 घंटे के भीतर प्रतिमा पुनर्स्थापित हो, अन्यथा जनता कांग्रेस पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी।”

अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गौरव सिंह ने बताया “स्व. जोगी जी की प्रतिमा को अपमानित करना छत्तीसगढ़ के युवाओं के स्वाभिमान पर हमला है। ज्योतिपुर चौक उनकी जन्मस्थली का प्रतीक है, और वहां उनकी प्रतिमा को हटाकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति लगाने की साजिश निंदनीय है। युवा मोर्चा इस कृत्य के खिलाफ सड़कों पर उतरेगा और तब तक संघर्ष जारी रखेगा, जब तक प्रतिमा पुनः स्थापित नहीं हो जाती।”

अजीत जोगी छात्र संघ के अध्यक्ष अंकुर आजाद ने कहा कि “स्व. अजीत जोगी जी ने छत्तीसगढ़ के युवाओं और छात्रों को एक नई दिशा दी। उनकी मूर्ति को कचरे में फेंकना छत्तीसगढ़ के भविष्य पर हमला है। यह केवल मूर्ति का नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़िया अस्मिता का अपमान है। हम छात्र संघ के कार्यकर्ता अमित जोगी जी के आमरण अनशन में उनके साथ हैं और मांग करते हैं कि दोषियों पर तत्काल कार्रवाई हो।”

कार्यक्रम के साथ अजीत जोगी युवा मोर्चा ने एक मांगपत्र जारी किया:

 

1. स्व. अजीत जोगी जी की प्रतिमा को 24 घंटे के भीतर ज्योतिपुर चौक पर पुनर्स्थापित किया जाए।

2. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो और कड़ी सजा दी जाए।

3. छत्तीसगढ़ सरकार जनभावनाओं का सम्मान करते हुए त्वरित न्याय सुनिश्चित करे।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) पूरे प्रदेश में स्व. जोगी जी की प्रतिमा को हर चौक-चौराहे पर जनभावनाओं के साथ स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह लड़ाई केवल एक प्रतिमा की नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान और विचारधारा की है।

इस कार्यक्रम में जेसीसीजे के प्रदेश महामंत्री नवीन अग्रवाल, योगेंद्र देवांगन, अंशुल निहाल, नावेद इत्यादि लोग मौजूद थे।

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