आठवें अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 75 आईकॉनिक स्थलों में शामिल हुआ छत्तीसगढ़ का भोरमदेव मंदिर
सिंधुघाटी सभ्यता से जुड़ा है योग का प्रमाण-केन्द्रीय राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह
छत्तीसगढ़ के भोरमदेव मंदिर परिसर के समीप हुआ योगा का राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए एक साथ लगभग 3000 से अधिक लोगों ने योग कर शरीर को स्वस्थ, निरोग बनाने एवं योग को अपनाने का संकल्प लिया
कवर्धा 21 जून 2022। अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातात्विक, जन आस्था का केन्द्र, पर्यटन स्थल के महत्व भोरमदेव परिसर के समीप राष्ट्रीय स्तर पर योगाभ्यास का आयोजन किया गया। आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय राज्य मंत्री आदिम जाति कल्याण विभाग श्रीमती रेणुका सिंह शामिल हुए। आजादी के 75 वें वर्षगांठ को भारत सरकार द्वारा अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस अमृत महोत्सव को आठवे अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस से जोड़ते हुए देश के 75 आईकॉनिक स्थलों में छत्तीसगढ़ का भोरमदेव मंदिर शामिल हुआ।
भोरमदेव मंदिर परिसर समीप महोत्सव स्थल में आयोजित इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए एक साथ लगभग 3000 से अधिक लोगों ने एक साथ योग कर शरीर को स्वस्थ एवं निरोग बनाने एवं योग को अपनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर सांसद श्री संतोष पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भट्ट, कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि शर्मा, भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्रीमती यतीन्तद प्रसाद, उप सचिव भारत सरकार श्री मनोज कुमार सिंह, आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग श्रीमती शम्मी आबिदी, कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा, भारतीय पर्यटन मंत्रालय के सहायक संचालक श्रीमती भावना शिंदे, पर्यटन अधिकारी भारत सरकार श्रीमती गौरी आपटे, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री अनिल कुमार साहू, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह, डीएफओ श्री चूड़ामणि सिंह, विशेष रूप से शामिल हुए। मुख्य अतिथि श्रीमती सिंह ने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केन्द्रीय संचार विभाग द्वारा आयोजित निबंध एवं चित्रकला के विजेता प्रतिभागी स्कूली बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि केन्द्रीय राज्य मंत्री आदिम जाति कल्याण विभाग श्रीमती रेणुका सिंह ने कहा कि अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया के सभी नागरिक योग दिवस मना रहे है। योग हमारे जीवन, शरीर, समाज और देश के लिए महत्वपूर्ण है। हम हजारों वर्षो से योग को करते आएं है। हमारी सबसे पुरानी सिंधुघाटी की सभ्यता में जो प्रमाण, चित्र मिले है उनमें योग के साक्ष्य अंकित है जो योग से संबंधित है। इसी कारण योग हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस मानवता की थीम पर केन्द्रित है। मानवता का तात्पर्य है एक दूसरे के प्रति मानव प्रेम, दया, चरित्र और करूणा का प्रतीक है। अजादी के 75 वां वर्षगांठ पर देश के 75 स्थानों पर योग का विशेष आयोजन किया गया है। इसके लिए नदियों के किनारे, चट्टानों के बीच जैसे की प्राकृतिक स्थानों का चयन किया गया है। समाज को योग के प्रति संदेश देने के लिए इसका आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि योग हमारे देश, समाज, जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। योग को अपने जीवन में शामिल करने के लिए संकल्पित होना चाहिए।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कहा कि भोरमदेव प्रागंण में प्रातः काल में योगा कार्यक्रम होना इतिहास को संजोएगा। अजादी के 75 वां वर्षगांठ अमृत महोत्सव के अवसर पर छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के भोरमदेव में योगाभ्यास इतिहास को रच रहा है। उन्होंने कहा कि योग के लिए हम आदियोगी शंकर को स्मरण करते है। लंबे समय तक ध्यान योग मुद्रा में योग करने वाले भागवान शिव से प्रारंभ होता है और हम शिवजी के धाम में उपस्थित हुए है यह हमारी सौभाग्य की बात है। योगा का भगवान शंकर के बाद ऋषि मुनियों, संन्यासियों, भगवान बुद्ध, जैन और पंतजली ने व्यवस्थित करने का कार्य किया है। योग को यूएनओ में प्रस्तुत किया है यह हमारे राष्ट्र के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि विश्व के 170 देशों में योग होना भारत के लिए गर्व है।
कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि शर्मा ने कहा कि शरीर को स्वस्थ्य और निरोग बनाने में योग का महत्वपूर्ण भूमिका रहा है। योग का अर्थ जोड़ना होता है। योग के माध्यम से शरीर और मन की इंद्रियों को जोड़कर शरीर को स्वस्थ्य रखने में सहायक होती है। हमने कोविड-19 कोराना वायरस के संक्रमण के दौर में इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देखा है, जिसने भी योग को अपनाया है उसे बीमारियों से लड़ने और रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में मदद मिली है। उन्होनें कहा है कि हमे हर दिन अपने दैनिक जीवन में योग को अपनाना चाहिए। योग मन और तन की शांति शुद्धता के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि केन्द्रीय राज्य मंत्री आदिम जाति कल्याण विभाग श्रीमती रेणुका सिंह सहित विशिष्ट अतिथियों को प्रतिक चिन्ह भेंट किया। अपर कलेक्टर श्री बी.एस. उइके ने आभार प्रदर्शन किया एवं अवधेश नंदन श्रीवास्तव ने मंच संचालन किया।
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए एक साथ लगभग 3000 से अधिक लोगों ने योग कर शरीर को स्वस्थ एवं निरोग बनाने एवं योग को अपनाने का संकल्प लिया
अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस का यह आयोजन छत्तीसगढ़ के लिए विशेष रहा। देश के 75 ऐतिहासिक, पुरातात्विक, जन आस्था का केन्द्र, पर्यटन महत्व स्थल के रूप में कबीरधाम जिले के भोरमदेव मंदिर परिसर को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले योगा आयोजन के लिए चुना गया। इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए जिले के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, विभिन्न सामाजिक संगठन, नेहरू युवा केन्द्र, फोर्स ऐकडमी, फोर्स ऐकडमी चाइल्ड विंग तथा जिले के शासकीय एवं निजी शैक्षणिक संस्थानों के लगभग 3000 से अधिक प्रतिभागियों ने इस योगा में अपनी सहभागीता निभाई। जिसमें जिले के शासकीय एवं निजी शैक्षणिक संस्थानों से 900, पुलिस विभाग से 850, नेहरू युवा केन्द्र 150, एसीटीडब्लू से 50, कलेक्टर कार्यालय से 50, पंतजलि से 40, आयुष से 30, स्वास्थ्य विभाग से 80, पर्यटन विभाग से 30, वन विभाग से 20, निजी प्रस्तुतकर्ता 40, आदिम जाति क्षेत्र में काम करने वाले से 50, समाजिक कार्यकर्ता, 200, कॉलेज से 200, महिला एवं बाल विकास विभाग से 50, ट्राईफेड से 20, खेल युनियन से 100, राष्ट्रीय अनुसूचित जन जाति वित्तीय एवं विकास संस्थान से 5 सहित जिले के हजारों गणमान्य, प्रबुद्ध, आम नागरिक शामिल हुए।