कवर्धाछत्तीसगढ़

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने छत्तीसगढ़ के प्रथम भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के शेयर धारकों को रियायती दर पर शक्कर वितरण का शुभारंभ किया

किसानों के आर्थिक उन्नति और समृद्धि के लिए विष्णुदेव साय सरकार प्रतिबद्ध-उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा

किसानों के आर्थिक उन्नति और समृद्धि के लिए विष्णुदेव साय सरकार प्रतिबद्ध-उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा।

उपमुख्यमंत्री ने गन्ना बेचने आने वाले किसानों के सुविधा के लिए सर्व सुविधा युक्त किसान रेस्ट हाऊस निर्माण के लिए 30 लाख रुपए की घोषणा की।

 

कवर्धा, 12 अगस्त, 2024। उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज पवित्र सावन माह के चतुर्थ सोमवार को छत्तीसगढ़ के प्रथम भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के शेयर धारक गन्ना उत्पादक किसानों को रियायत दर पर शक्कर वितरण का शुभारंभ किया। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने भगवान भोरमदेव और विश्वकर्मा के तैल्य चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने शेयर धारक गन्ना उत्पादक किसानों को रियायत दर पर प्रति किसान को 50 किलो शक्कर प्रदान किया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का गन्ना उत्पादक किसानों ने खुमरी पहनाकर आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस दौरान परिसर में नव निर्मित अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण किया। उपमुख्यमंत्री ने गन्ना बेचने आने वाले किसानों के सुविधा के लिए नए किसान रेस्ट हाऊस निर्माण के लिए 30 लाख रुपए की घोषणा की। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत उपस्थित सभी लोगों को शपथ दिलाई।

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में आज रियायती दर में शेयर धारक गन्ना किसानों को 50 किलो शक्कर प्रदान करने का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में रिकवरी दर में जिले के शक्कर कारखान टॉप-10 में शामिल है, यह किसानों के मेहनत का परिणाम है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित में कार्य कर रहीं हैं। किसानों के आर्थिक उन्नति और समृद्धि के लिए विष्णुदेव साय सरकार संकल्पित है। किसानों के आर्थिक समृद्धि के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है, जिससे किसानों का आर्थिक विकास हो रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 23 हजार 481 शेयर धारक किसान है। इस वर्ष भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना द्वारा पेराई सीजन वर्ष 2023-24 में कारखाने में गन्ना बेचने वाले किसानों को कुल 113 करोड़ 52 लाख रुपए का भुगतान जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष कारखाने का औसत शक्कर रिकवरी दर 12.31 था जो इस वर्ष बढ़कर 12.50 हुआ है। स्थापना वर्ष से अब तक का सार्वधिक रिकवरी है। इस बार रिकवरी में किसानों को प्रति क्विंटल 92.10 रूपए अधिक आय प्राप्त होगा। इससे किसानों को 35 करोड़ 80 लाख रूपए का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के शक्कर कारखाना में गन्ने देश के अन्य राज्यों से अधिक राशि किसानों को प्रदाय किया जा रहा है।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि जिले में लगातार गन्ना फसल की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए भोरमदेव शक्कर कारखाना की पेराई क्षमता बढ़ाने के लिए कार्य योजना तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में भोरमदेव शक्कर कारखाना की क्षमता 3500 टीसीडी है। पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू ने कहा कि आज सावन में किसानों को रियायती दर में शक्कर मिलना प्रारंभ हुआ है इसके लिए सभी किसानों को बधाई। उन्होंने कहा कि इससे शेयर धारक गन्ना उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा। आज किसानों को अपने अधिकार वापस मिल रहा है और यह कार्य मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के प्रयासों से हो रहा है। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री किसानों की बातों को सुनते हुए उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से दूर करते है।

पूर्व संसदीय सचिव श्री मोतीराम चंद्रवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के प्रयासों से आज पुनः रियायती दर में शक्कर वितरण प्रारंभ हुआ है। उपमुख्यमंत्री किसानों के चिंतक है। हमेशा किसानों के हक के लिए संघर्ष किए है। पिछले वर्ष से ज्यादा इस वर्ष रिकवरी मिलेगा। यह किसानों की मेहनत है और कारखाना प्रबंधक का परिणाम है। जिला पंचायत सदस्य श्री रामकुमार भट्ट ने कहा कि 5 साल बाद मुख्यमंत्री श्री साय व उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा द्वारा रियायती दर में शक्कर उपलब्ध करा रहे है। मुख्यमंत्री ने किसानों के उन्नति के लिए अनेक काम किया है। 3100 रूपए में प्रति क्विंटल धान की खरीदी कर रही है। प्रति एकड़ 21कियुन्टल धान खरीद रही है। किसानों का आर्थिक क्षमता का विकास हुआ है। गन्ना की खेती करके आज किसान विकास कर रहे है। कैलाश चंद्रवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह किसानों का कारखाना है और उसकी देखरेख करना चाहिए। यह हम सबकी पूंजी है। कारखाना जितना विकास करेगा उतना ही इस क्षेत्र के किसान विकास करेंगे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भट्ट, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, जनपद उपाध्यक्ष श्री विरेन्द्र साहू, श्री भुनेश्वर चंद्राकर, श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, श्री मनिराम साहू, श्री क्रांति गुप्ता, श्री श्रीकांत उपाध्याय, श्री प्रज्ञेश तिवारी, श्री ईश्वरी साहू, श्री सुरेश दुबे, भोरमदेव कारखाना के प्रबंध संचालक श्री जीएस शर्मा सहित जिले के गन्ना किसान सैकड़ो की संख्या में उपस्थित थे।

उपमुख्यमंत्री ने सर्व सुविधा युक्त किसान रेस्ट हाउस बनाने की घोषणा की  

 

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने गन्ना किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए कारखाना परिसर में सर्व सुविधायुक्त किसान रेस्ट हाउस बनाने की घोषणा की। उन्होंने सर्व सुविधायुक्त किसान रेस्ट हाउस बनाने के लिए 30 लाख रूपए की घोषणा की। जिले के किसानों ने इसके लिए उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा का आभार जताया। किसानों ने बताया कि कारखाना परिसर में किसान विश्राम भवन के निर्माण से अब विश्राम में सहुलियत होगी।

 

उप मुख्यमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम में पौध रोपण भी किया।

 

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा नेएक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के तहत आज कारखाना परिसर में पौध रोपण किया। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रकृति को हरा भरा बनाना है, एक पेड़ मां के नाम लगाना है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक-पेड़ मॉं-के-नाम अभियान प्रारंभ किया गया है। जो मूलतः वृक्षारोपण अभियान है। इस अभियान के तहत् देश में सितंबर 2024 तक 80 करोड़ एवं मार्च, 2025 तक 140 करोड़ वृक्षों के रोपण का लक्ष्य प्रस्तावित है।

 

उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत दिलाई शपथ

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत उपस्थित सभी किसानों को शपथ दिलाई। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के साथ साथ महत्वपूर्ण जीवन कौशल जिसके अंतर्गत डिजिटल, वित्तीय, कानूनी, मतदान एवं पर्यावरण आदि से संबंधित भी जानकारी प्रदान की जाएगी। उनमें व्यावसायिक कौशल का विकास भी करना है, उन्हें बुनियादी शिक्षा देने के साथ-साथ सतत शिक्षा के कार्यक्रम में बनाए रखना है।

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