कवर्धाछत्तीसगढ़

डाइट कबीरधाम में पांच दिवसीय सपोर्टिव सुपरविजन प्रशिक्षण संपन्न।

डाइट कबीरधाम में पांच दिवसीय सपोर्टिव सुपरविजन प्रशिक्षण संपन्न।

कवर्धा- राज्य शैक्षिक अनुसंधान केन्द्र समग्र शिक्षा रायपुर के निर्देशन में डाइट महाराजपुर कबीरधाम में चारों विकास खंड के संकुल समन्वयकों का पांच दिवसीय सपोर्टिव सुपरविजन प्रशिक्षण दिनांक 29.07.2024 से प्रारंभ होकर 03.08.2024 तक आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में जिले के 150 संकुल समन्वयक शामिल हुए। नई शिक्षा नीति 2020, निपुण भारत अभियान 2021 तथा राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रुपरेखा 2022 के संदर्भ में 2027 तक 3 से 8 आयु वर्ग के शत-प्रतिशत बच्चों को बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता की दक्षता में निपुण करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए संकुल समन्वयकों को सहयोगात्मक अकादमिक मॉनिटरिंग हेतु प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण उपरांत संकुल समन्वयक एक सहयोगकर्ता के रूप में प्रत्येक विद्यालय में जाकर बच्चों की लर्निंग आउटकम का आकलन करते हुए प्रतिवेदन तैयार करेंगे तथा शिक्षकों को अकादमिक सहयोग प्रदान करेंगे। डाइट के FLN प्रकोष्ठ प्रभारी आर. के. पाण्डेय के मार्गदर्शन में राज्य स्त्रोत ग्रुप के सदस्य SRG शिक्षक शिवकुमार बंजारे द्वारा भाषा तथा गणित के चार खंडीय रुपरेखा, संतुलित भाषा शिक्षण, गणित के एप्रोच ईएलपीएस के माध्यम से कक्षा शिक्षण व सपोर्टिव सुपरविजन राज्य स्तरीय ढांचा के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। SRG लक्ष्मण बांधेकर द्वारा पाठ्य-पुस्तक, अभ्यास पुस्तिका तथा शिक्षक संदर्शिका का मिलान करते हुए भाषा व गणित के सहायक शिक्षण सामग्री पर जानकारी दी गई। SRG कमलेश लांझे द्वारा समावेशी शिक्षा, सहयोगात्मक पर्यवेक्षण, चेकलिस्ट, SRG मनोज साहू द्वारा प्रभावी संप्रेषण, कक्षा अवलोकन, SRG आरती ठाकुर द्वारा मौखिक भाषा विकास, अकादमिक नेतृत्व SRG विजेन्द्र सिंह द्वारा संकुल अकादमिक समन्वयक की चुनौतियां और उससे निपटने की रणनीतियां विषय पर, डाइट के व्याख्याता आर. के. पाण्डेय द्वारा नवाजतन पर प्रशिक्षण देते हुए जिले के समस्त शैक्षिक समन्वयकों को प्रशिक्षित किया गया।

एफएलएन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में संकुल समन्वयक को शिक्षक के सहयोगी के रूप में महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया है। यह प्रशिक्षण शिक्षकों एवं संकुल समन्वयकों की क्षमता को निखारने का अवसर प्रदान कर रहा है। प्रशिक्षण के माध्यम से दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक, सक्रियता के साथ और उत्साहित होकर कर सकते हैं। एक संकुल समन्वयक नेतृत्वकर्ता के साथ-साथ, कक्षा में पढ़ाने, अपने अधीनस्थ विद्यालयों के मॉनिटरिंग करने, शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को हल करने के साथ ही साथ सभी विद्यालय और शिक्षकों के बीच समन्वय करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाते हैं। इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण दिया गया।

कक्षा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में भाषा और गणित के चार ब्लॉक मॉडल पर कार्य किया जाएगा। जिन बच्चों को सीखने में कठिनाई हो रही है, उनका चिन्हांकन कर रणनीति बनाकर शत-प्रतिशत बच्चों को बुनियादी साक्षरता व संख्यात्मकता की दक्षता को प्राप्त करने में संकुल समन्वयक, शिक्षकों की मदद कर पाएंगे। प्रशिक्षण के दौरान डाइट के समीपस्थ विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों में सभी संकुल समन्वयकों को समूह में विभाजित कर कक्षा पहली से तीसरी की शिक्षण प्रक्रिया का भौतिक मॉनिटरिंग करने का अवसर प्रदान किया गया।

प्रशिक्षण को सुचारू रूप से संचालित करने में राज्य कोर ग्रुप के सदस्य सुमित पाण्डेय, राज्य स्तर से जिला नोडल मिलिंद चंद्रा, सुनील छेदैया, डाइट के प्राचार्य आर. साहू, डीईओ वाय. साहू, डीएमसी विनोद श्रीवास्तव, सहायक संचालक यू. आर. चंद्राकर, डी.जी. पात्रा, APC राकेश चंद्रवंशी, डाईट के व्याख्याता डी. के. चंद्रवंशी, एन. पनागर, सुदर्शन नेताम, एन. पी. पाण्डेय के सहयोग से संपन्न हुआ।

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