कवर्धाछत्तीसगढ़

अकबर दरबारी पल भर में गिरगिट को पीछे छोड़ते हुए विजय दरबार में गुल खिलाते दिखने लगें।

कवर्धा -: कवर्धा विधानसभा में लगातार एक से बढ़कर एक कारनामा दिखाई देने लगे हैं , छत्तीसगढ़ राज्य के दबंग मंत्री कहे जाने वाले मोहम्मद अकबर के दरबारी एवं शिपासलाहकार लगातार गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए दिखाई देने लगे हैं। वहीं तेज तर्रार समझे जाने वाले कवर्धा नव निर्वाचित विधायक विजय शर्मा के दरबार में लगातार अकबर दरबारी विजय शर्मा के दरबार में हाजिरी लगाने लगे हैं।

वहीं हाल ही के ऑडियो वीडियो वायरल से अकबर के करीबी समझे जाने वाले लोग भी अपनी करतुत की गुणगान करते थक नहीं रहे हैं हाल ही में कबीरधाम जिला के विधानसभा चुनाव में मतदाता अपनी 5 साल के गुस्सा को निकाले हैं और बता दिए हैं मनमानी या हिटलर शाही रवैया कवर्धा पंडरिया के विधानसभा में स्वीकार नहीं है पूरे 5 साल जिसको राजा बना कर ताज सौंपें थे उन्हीं को 5 साल तक नजर अंदाज करते रहें और मतदाता अपनी एक काम के लिए तरसते रहे पर यह राजा प्रजा को अपनी जागीर समझते रहे परिणाम उनको यही प्रजा आज बता दिया है कि आप अगर प्रजा को गुलाम समझेंगे तो अब वह दिन नहीं रहा है किंतु चौंकाने वाली बात यह है जो राजा के दरबार में राजा के प्रशंसा करते थकते नहीं थे राजा से लाभ लेने में कोई कसर नहीं छोड़े पल भर में राजा की गद्दी जाते ही गिरगिट को भी फेल करते हुए रंग बदलने में देरी नहीं कर रहे हैं।

किंतु यह राजा जो सपोलों को पाल के बैठे रहे और इन्हीं के गुणगान सुनते-सुनते थकते नहीं थे उन्हें यह देखकर कैसे लगता होगा यह तो वही राजा अपने दिल की बात समझ सकता है किंतु देखने वाले देख रहे हैं कैसे-कैसे इंसान अपनी रंग बदलता है और इन्हीं रंगीला के भरोसे राजा अगर प्रजा को भुलेगी तो हर राजा का यही हाल होगा जो वर्तमान राजा बने बैठे थे और वह समझ रहे थे कि हम सदा के लिए राजा बन गए पर आज बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने जिन्हें राजा बनाने की ताकत दी है उन्हें ही रंक भी बनाने की ताकत संविधान में लिख दिया है।

और आज अकबर जैसे अनेक धुरंधर प्रजा बनने में मजबूर हो गए हैं किंतु उनके पालें हुए सिपा सलाहकार विजय दरबार में हाजिरी लगाते दिखाई पड़ रहे हैं और जनता देख रही है समझ रही है और नवनिर्वाचित राजा को भी इन सपोलों का मंकड जाल में फंस ना जाए चिंता व्यक्त कर रही है अब देखना है नवनिर्वाचित राजा अपनी ताज इन जैसे सपोलों से बचा पाती है या नहीं वक्त तय कर देंगी।

Related Articles

Back to top button