राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त विधायक मरवाही के के ध्रुर्वे से राशन विक्रेता 6 सुत्रीय मांग पत्र सौंपे।
जीपीएम-: गौरेला पेन्ड्रा मरवाही जिला के शासकीय उचित मूल्य दूकानदार (कोटेदार) ने क्षेत्र के विधायक जो राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त है जिन्हें राशन दुकानदार संघ के जिला अध्यक्ष कृष्णा पटेल के अध्यक्षता में मिलकर अपने 6 सुत्रीय मांग पत्र सौंपा गया है! संघ के प्रदेश संरक्षक विजय राठोर ने बताया विधायक के के ध्रुर्वे से जीपीएम के जिला अध्यक्ष कृष्णा पटेल के अध्यक्षता में जिला व प्रदेश के राशन दुकानदार का समस्या एक ही है उसे राज्य सरकार के द्वारा ठीक कर दूकानदारो को राहत पहुंचाने के लिए निवेदन किया है जिसमें छै मांग रखा गया है ।
विजय राठौर ने बताया कोटेदार को चांवल गेहूं शक्कर नमक वितरण कार्य के मार्जिन राशि 250 रु प्रति क्विंटल करने और विक्रेता को 30 हजार मान्यदेय, तौलवाहक को कलेक्टर दर राशि दिलाने एवं राशन वितरण में 100% करप्शन मुक्त है बाऊजुद इसीएक्ट धारा 3/7 कठोर है गैरजमानती है जो कोटेदारों के लिए शोषण का कारण है जिसमें शिथलता की आवश्यकता है । वही कोटेदार छतीपुर्ती के लिए 5% की मांग की है क्योंकि भंडारन और वितरण में बहुत छती होती है जबकि बेयरहाऊस में 1% छतीपुर्ती दिया जाता है ।
राठौर ने बताया बारदाना का भुगतान कोटेदार को अब तक नहीं हुआ है जबकि बारदाना नहीं देने से कोटेदार का लायसेंस निलंबित किया गया है इस हालात में संघ ने निर्णय लें सकती है अगले धान खरीदी सिजन में बारदाना कोटेदार बंद कर देंगे तो सरकार को धान खरीदी में अड़चन हो सकती है इसलिए रुके हुए बारदाना का भुगतान कोटेदार को कराई जाये व कोटेदार का लायसेंस देश के अन्य राज्यों के समान स्थाई छत्तीसगढ़ में भी सरकार करें क्योंकि राज्य में सरकार परिवर्तन होने पर सरकार कोटेदार पर ही कहर ढाती है लायसेंस रद्द कर अपना नियम लागू करती है जिससे अनेक कोटेदार बेरोजगार हो जाते हैं।
इसलिए लायसेंस स्थाई करने की मांग पत्र राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त विधायक मरवाही से जिला अध्यक्ष कृष्णा पटेल जो जिला कांग्रेस कमेटी जी पी एम पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष है जीन्होने कोटेदारो के साथ मिलकर मांग पत्र सौंपी है विधायक ने कोटेदार के मांग को जायज बताया है और मुख्यमंत्री जी से मिलकर मांग पत्र पर अवश्य चर्चा कर पुरा करने की बात बताई है इस अवसर पर जिला के राशन दुकानदार ब्लाक अध्यक्ष गंण जिला पदाधिकारी बडी संख्या में उपस्थित थे ।